दरभंगा- बच्चों में विकलांगता होने के प्रमुख लक्षणों में से एक पोलियो को जड़ से खत्म करने के लिए जिले में आज से पल्स पोलियो अभियान की शुरुआत की जायेगी. यह अभियान आगामी चार तक चलाया जायेगा. पांच को छूटे हुये बच्चों को खुराक दी जायेगी. डीआइओ डॉ एके मिश्रा ने कहा कि इस अभियान के तहत 6.40 लाख से अधिक बच्चों को पोलियो ड्रॉप पिलाने का है लक्ष्य रखा गया है. अभियान के सफल कार्यान्वयन को लेकर माइक्रो प्लान बनाया गया है. इसके तहत करीब दो हजार टीम बनायी गयी है. डॉ मिश्रा ने बताया कि पोलियो एक गंभीर बीमारी है, जो किसी व्यक्ति के शरीर को लकवाग्रस्त कर देता है. चूंकि छोटे बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम होती है. इसलिए उसे इस बीमारी से संक्रमित होने का खतरा ज्यादा होता है. इसे होने से पहले ही खत्म कर देने के लिए पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की दवा पिलाई जायेगी. उन्होंने जिले के सभी परिजनों से अपने बच्चों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए उन्हें पोलियो की दवा पिलाकर अभियान को सफल बनाने में जिला स्वास्थ्य विभाग की पूरी तरह सहयोग करने की अपील की
टीकाकरण को ले किया जायेगा सर्वे
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने कहा कि विभागीय निर्देश से पोलियो अभियान के साथ- साथ टीकाकरण को ले सर्वे किया जायेगा. बताया कि घर- घर जाने वाली आंगनवाड़ी सेविका व आशा को टीकाकरण के लिये सर्वे कार्य करने को कहा गया है. कहा कि निर्देशानुसार से दोनों अभियान साथ- साथ चलाया जायेगा, ताकि छूटे हुये 15 से 17 साल के किशोरों को भी टीकाकृत किया जा सके. बताया कि प्रत्येक दल में एक आशा और एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता हैं. जो घर- घर जाकर बच्चों को पोलियो की दवा पिलएंगी, दवा पिलाने के बाद बच्चों के और उनके माता -पिता का नाम, गृह संख्या आदि फार्म में भर कर अपने केंद्र में जमा करवायेगी.
कोविड संक्रमण से बचाव का रखा जाएगा ध्यान :
डीआइओ ने कहा कि पल्स पोलियो टीकाकरण अभियान के दौरान कोविड संक्रमण से बचाव का पूरा ध्यान रखा जाएगा. कर्मियों द्वारा दवा पिलाने के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाएगा. स्वास्थ्य कर्मियों को पूरी तरह से मास्क व ग्लव्स का उपयोग करने के लिए निर्देशित किया गया है.