सहारनपुर।उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जिले के गंगोह कोतवाली क्षेत्र के कुंडाकला के मुहम्मद नदीम को एटीएस द्वारा उठाए जाने से पिछले छह दिनों से उसके घर वाले परेशान थे।अब नदीम का संबंध जैश-ए-मुहम्मद और तहरीक-ए-तालिबान से होने की जानकारी से घर वालों को विश्वास नहीं हो रहा है कि नदीम आतंकियों के सम्पर्क में था।वहीं नदीम के पकड़े जाने से क्षेत्र के लोग भी हैरत में है।
जिले के गंगोह कोतवाली क्षेत्र के गांव कुंडाकला के किसान नफीस अहमद के पास 50 बीघे जमीन है।नफीस के दो बेटी और पांच बेटे हैं और इनमें नदीम सबसे बड़ा है।नदीम का परिवार मूल रूप से सरसावा थाना क्षेत्र के गांव ढिक्का कलां का रहने वाला है।कई सालों पहले नदीम का परिवार गांव कुंडा कला में आकर रहने लगा था।
आठवीं तक पढ़ा नदीम पहले गांव में ही किराने की दुकान करता था।बाद में नदीम देहरादून जाकर एक फैक्टरी में काम करने लगा।बताया जा रहा है कि नदीम देहरादून में रहते हुए कुछ कश्मीरी युवाओं के सम्पर्क में आया था।नदीम अधिकतर गांव आता था।नदीम गांव आकर पिता के साथ खेती के कामकाज में हाथ बंटाता था।
नदीम के एटीएस द्वारा पकड़े जाने से घर वालों को विश्वास नहीं हो रहा है कि वो आतंकवादियों के सम्पर्क में था।नदीम के पिता नफीस का कहना है कि उसकी बुआ पाकिस्तान में है,बेटा शायद बुआ से ही बात करता हो। उन्होंने कहा कि हम तो अनपढ़ हूं, कुछ ज्यादा नहीं जानता। हां बेटा देर रात तक मोबाइल पर बाते करता रहता था।गांव के वाशित, मशरुर राना, इलियास का कहना है कि नदीम का आतंकी कनेक्शन होने से गांव के लोग हैरत में हैं। नदीम को देखकर नहीं लगता था कि वो आतंकियों के सम्पर्क में है।
नदीम के पिता नफीस अहमद ने बताया कि पाकिस्तान में उनकी कुछ रिश्तेदारी है। उन्होंने बताया कि उसकी पत्नी जरीना की एक बुआ बशीरी पाकिस्तान के जिला खरखौदा में है।दूसरी बुआ नवाबशाह पिंड पाकिस्तान में है। इसके अलावा नफीस की एक बुआ पाकिस्तान के जिला कुशुर गांव बरखी में है। नदीम भी अक्सर रिश्तेदारों से बातचीत करता रहता था।
(सौ स्वराज सवेरा)