#MNN@24X7 दरभंगा। राजकीय महारानी रमेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान, मोहनपुर दरभंगा में धन्वंतरि जयंती को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस के रूप में धूम धाम से मनाया गया। प्राचार्य प्रो. दिनेश्वर प्रसाद ने बताया की भगवान धन्वंतरी को आयुर्वेद के आराध्य देव के रूप में पूजा की जाती है। समुंद्र मंथन के दौरान उत्पन्न हुए 14 रत्नों में से एक हैं। भगवान विष्णु के अवतार भगवान धन्वंतरीअपने हाथों में अमृत कलश को लेकर उत्पन्न हुए थे। प्लास्टिक सर्जरी के जनक महर्षि सुश्रुत ने भगवान धन्वंतरी से आयुर्वेद का ज्ञान प्राप्त किया था।

इस अवसर पर मोहनपुर कैम्पस में वैदिक विधि-विधान के साथ इनकी पूजन की गई। मिथिलांचल के प्रथम राजा एवं शालाक्य विज्ञान के प्रसिद्ध विद्वान महर्षि निमि के साथ-साथ नवग्रह आयुर्वेद वाटिका में स्थित नौ ग्रहों की भी पूजा की गई। संस्थान के दानदाताओं महारानी रमेश्वरी, पंडित मुकुंद झा, श्री सरजू ठाकुर एवं डॉ रामकरण शर्मा जी की मूर्तियों पर माल्यार्पण किया गया। पूजन के उपरांत हवन किया गया। इस अवसर पर प्राचार्य एवं डॉ राजेश्वर दुबे के द्वारा व्याख्यान कक्ष का उद्घाटन किया गया।

आयुष मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा चलाए जा रहे” हर दिन हर घर आयुर्वेद ” कार्यक्रम के तहत दिनचर्या का स्वास्थ्य पर प्रभाव विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया।

प्राचार्य प्रसाद ने बताया की दिनचर्या हमारे भारतीय ऋषियों की अनुपम एवं वैज्ञानिक शोध दिनचर्या का सजगता पूर्वक पालन करने से निश्चित रूप से शतायु की प्राप्ति होती है । हम सौ साल तक आरोग्यमय जीवन को जी सकते हैं। डॉ राजेश्वर दुबे ने बताया की सम्भाषा सर्वेश्रेष्ठ बुद्धिवर्धक है। हमें अपने परस्पर अनुभवजन्य ज्ञान को साझा करना चाहिए।

डॉ विजेंद्र कुमार के द्वारा पानी पीने के तरीके के बारे में बताया गया। डॉ आनंद कुमार के द्वारा का पंचकर्म के बारे में बताया गया। कार्यक्रम के संयोजक डॉ दिनेश कुमार ने बताया की हर दिन हर हर आयुर्वेद कार्यक्रम के माध्यम से आम जनों के बीच जागरूकता बढ़ी है। आयुर्वेद भारतीय ऋषि- महर्षियों के द्वारा किया गया अनुसंधान है। इसका लक्ष्य स्वस्थ मनुष्य के स्वास्थ्य की रक्षा करना। सृष्टि के समाप्त हो जाने के बाद भी आयुर्वेद बना रहता है। आयुर्वेद के सिद्धांत बने रहते हैं। ब्रह्मा जी ने आयुर्वेद को उत्पन्न नहीं, स्मरण किया था । हमें अपने पूर्वजों के भारतीय आयुर्वेद के पथ का अनुसरण करने की ताकि हमारे जीवन आरोग्य में हो सके।

इस अवसर पर डॉ मोदनाथ मिश्रा, डॉ अमोद कुमार, डॉ निशा कुमारी , बिरजू कुमार, ललित कुमार ,अजीत कुमार गामी, रूपम कुमारी ,मुन्नी कुमारी ,अजय कुमार हेमा पांडे यादव मौजूद थे।