सभी आशाओं कार्यकर्ता को राज्य कर्मी का दर्जा देने के साथ 10 हजार मासिक मानदेय देना होगा।:- डॉ उमेश
कोरोना महामारी में ड्यूटी कर रही सभी आशाओं को 10 हजार रूपया कोरोना भत्ता देना होगा। :- देवेन्द्र
कोरोना महामारी में मृत आशाओं के घर परिवार को 20 लाख रुपए मुआवजा देना होगा।:- संयोगिता चौधरी
सभी आशा फैसिलिटेटर कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि मासिक वेतन भुगतान सहित सभी में पारदर्शिता कराना होगा:-सविता कुमारी
सरकार मांग माने नही तो 12 जुलाई से अनिश्चितकालीन हड़ताल:-रंजू झा
आशाओं को आधा अधूरा नहीं पूरा ड्रेस मुहैया कराना होगा।:- सरित देवी
#MNN@24X7 दरभंगा 22 जून, आज आशा संयुक्त संघर्ष मोर्चा के आवाहन पर 12 जुलाई से प्रस्तावित अनिश्चितकालीन हड़ताल के समर्थन में आशा कार्यकर्ताओं ने बिहार राज्य आशा कार्यकर्ता संघ(गोपगुट) एवं बिहार राज्य आशा-आशा फैसिलिटेटर संघ के बैनर तले सिविल सर्जन कार्यालय दरभंगा पर विभिन्न मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता आशा संघ(गोपगुट) के सविता कुमारी व संचालन बिहार राज्य आशा-आशा फैसिलिटेटर संघ के संयोगिता चौधरी ने किया।
वही कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित ऐक्टू के जिला प्रभारी डॉ उमेश प्रसाद साह ने कहा कि सभी आशाओं कार्यकर्ताओं को पारितोषिक नहीं राज्य कर्मी का दर्जा देने, सभी आशा व फैसिलिटेटर को 10 हजार मासिक वेतन देने, कोरोना महामारी में मृत आशाओं के घर परिवार को 4 लाख रुपए मुआवजा देने, सभी आशाओं फैसिलिटेटर को पेंशन योजना बहाल करो, कोरोना महामारी में ड्यूटी कर रही सभी आशाओं को 10 हजार रूपया कोरोना भत्ता देने, आशाओं को आधा अधूरा नहीं पूरा ड्रेस मुहैया कराना होगा।
सभी आशा फैसिलिटेटर कार्यकर्ताओं को प्रोत्साहन राशि मासिक वेतन भुगतान सहित सभी में पारदर्शिता कराना होगा, अस्पताल परिसर में आशा कार्यकर्ताओं के लिए रूम का व्यवस्था करने, आशाओं के भुगतान में व्याप्त भ्रष्टाचार कमीशन खोरी पर सख्ती से रोक लगाई जाए, आशा कार्यकर्ताओं को सरकारी कर्मचारी का दर्जा दिया जाए, अस्पताल में प्रसव के दौरान घूसखोरी सहित अन्य मांगों को लेकर नारे लगाते हुए आशा कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करने वालों में अन्य लोगो के अलावा अनिता कुमारी, तारा देवी, रामकुमारी देवी, प्रतिभा कुमारी, रंजू झा, अनवरी बानो, बिंदु कुमारी, फोटो कुमारी, विभा देवी, अम्बिका कुमारी, अरशुन निशा, विमल देवी आदि ने सम्बोधित किया।