#MNN@24X7 मैथिली साहित्य केँ समर्पित त्रैमासिक कथा गोष्ठी ‘सगर राति दीप जरय’ केर एक सय नवम अंक राजकीयकृत मध्यविद्यालय ननौर परिसर मे आयोजित होमय जा रहल अछि। एहि आयोजनक विशेषता ई अछि जे लेखक अपन टटका लिखल कथा पढ़ै छथि आ ओहि पर सीमीक्षक त्वरित टिप्पणी आ सुझाव दैत छथि। एहि सँ स्थापित लेखक बेसी निखरै छथि आ नवतुरिया लेखक मार्गदर्शन पाबि स्थापित होमय लगै छथि। पूर्व मे जखन साझी आश्रम मिथिला मे छल तखन दादी नानी राति केँ खिस्सा पिहानी सुना क’ कथा साहित्य सुरक्षित रखबा मे सहयोग करै छली, मुदा जहिया सँ एकल परिवारक चलन भेलै त’ ई परंपरा मकमका सन गेल छलै। कथा गोष्ठीक आयोजन सँ एहि कमीक पूर्ति करबाक प्रसंशनीय काज भेल अछि।
मधुबनी जिलाक उत्तमगाम ननौर मे भ’ रहल सगर राति दीप जरय केर संयोजक प्रदीप पुष्प छथि। कार्यक्रमक संबंध मे जानकारी दैत कहलनि जे ई गोष्ठी शनि केँ सांझक छ: बजे सँ गोष्ठी आरंभ होयत आ भरि राति चलत। विभिन्न सत्र मे आयोजित एहि कार्यक्रम मे पहिल सत्र मे जगदीश प्रसाद मंडलक कथा संग्रह ‘भरि मन काज’,आ ‘आएल आशा चलि गेल’ जगदानंद झा मनुक बीहनि कथा संग्रह ‘तोहर कतेक रंग’,.डॉक्टर उमेश मंडलक गद्यांश संकलन ‘ निर्विकल्प’,नंदविलास रायक संस्मरण ‘मोन पड़ैये’,अच्छे लाल शास्त्रीक कविता संग्रह ‘ सुनू देखू करू विचार’ सहित कुल छ: टा पोथीक लोकार्पण होयत आ तकर बाद कथाकार लोकनि अपन नव अप्रकाशित आ अप्रसारित कथा पढ़ता आ ओहि पर समीक्षा तुरन्त होयत। तकरबाद अगिला आयोजनक दिन, स्थान आ संयोजकक नामक घोषणाक संग कार्यक्रम सम्पन्न भ’ जायत।
ई कथा गोष्ठी ननौर पंचायतक भूतपूर्व मुखिया आ सामाजिक कार्यकर्ता स्वर्गीय रामलोचन मंडल जीक स्मृति मे आयोजित होयत।
22 Jun 2022