दरभंगा। विश्वविद्यालय वाणिज्य एवं व्यवसाय प्रशासन विभाग के तत्वधान में उत्तर बिहार में उद्यमिता विकास विषयक तीन दिवसीय कार्यशाला कि शुरुआत आज होगी । इस कार्यशाला के आयोजन का प्रमुख उद्देश्य भावी उद्यमियों को प्रशिक्षित करना है।
कार्यशाला के दौरान उद्घाटन एवं समापन के साथ ही 4 तकनीकी सत्र आयोजित होने हैं । प्रतिभागियों को शिक्षाविदो, पेशेवरों, उद्यमियों समेत अन्य तकनीकी विषय विशेषज्ञों से उद्यमिता विकास के विभिन्न पहलुओं को समझने का मौका मिलेगा।
इस कार्यशाला में 200 से अधिक प्रतिभागियों ने अपना पंजीयन करवाया है। बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन पटना के पूर्व अध्यक्ष के पी एस केसरी, पटना विश्वविद्यालय के वाणिज्य संकाय अध्यक्ष प्रोफेसर एन के झा, मधुबनी, शिवहर एवं दरभंगा के जिला उद्योग केंद्रों के पूर्व एवं वर्तमान महाप्रबंधको के अलावा कई सफल उद्यमी जैसे श्री रानी सती एग्री सीड्स प्राइवेट लिमिटेड, दरभंगा के निदेशक ललित कुमार मक्कायो फूड्स प्राइवेट लिमिटेड, दरभंगा के निदेशक भूवन सरावगी, मिथिला पिकल्स एंड चाइनीस प्राइवेट लिमिटेड दरभंगा के संस्थापक निर्देशिका कल्पना झा, खाद्य-प्रसंस्करण क्षेत्र में नई दिल्ली में कार्यरत संस्था के स्वामी सुमित सिंह ने कार्यशाला में सहभागिता की स्वीकृति प्रदान की है। इसके साथ ही नाबार्ड के डीडीएम, दरभंगा, श्रीमती आकांक्षा की भी सहभागिता की स्वीकृति मिली है।
इस कार्यशाला के पहले दिन उद्घाटन सत्र के पश्चात प्रथम तकनीकी सत्र, दूसरे दिन द्वितीय एवं तृतीय तकनीकी सत्र, तीसरे दिन चतुर्थ तकनीकी सत्र के उपरांत समापन सत्र का आयोजन होना है।
कार्यशाला के उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि माननीय कुलपति प्रोफेसर एस के सिंह, मुख्य वक्ता जिला उद्योग केंद्र मधुबनी के पूर्व महानिदेशक विनोद शंकर सिंह, कुलसचिव मुस्ताक अहमद, वित्तीय परामर्श श्री कैलाश राम एवं ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय दरभंगा के पूर्व कुलपति प्रोफेसर एस एम झा अध्यक्ष होंगे। वही दोपहर बाद पहले तकनीकी सत्र का आयोजन प्रो आई सी वर्मा की अध्यक्षता में संपन्न होगी। इस सत्र के विषय विशेषज्ञ शिव कुमार सिंह, सीए मनोज कुमार चौधरी एवं कल्पना झा रहेंगे।
उक्त जानकारी विश्वविद्यालय वाणिज्य एवं व्यवसाय प्रशासन विभाग के अध्यक्ष सह निदेशक एवं कार्यशाला के संगठन सचिव प्रोफेसर अजीत कुमार सिंह ने दी।