अरशद सिद्दीकी जिला अध्यक्ष व शशि रंजन प्रताप सिंह चुने गए जिला सचिव।
#MNN@24X7 दरभंगा- 16 जुलाई, आज ऑल इंडिया स्टूडेंट्स फेडरेशन का 35 वा दरभंगा जिला सम्मेलन अजय भवन छात्रावास के प्रांगण में संपन्न हुआ। सम्मेलन का शुभारंभ एआईएसएफ के पूर्व छात्र नेता वरुण कुमार झा ने झंडोत्तोलन के साथ किया। झंडोत्तोलन के उपरांत सैकड़ों की संख्या में उपस्थित जिला के कोने-कोने से आए हुए प्रतिनिधियों ने एमआरएम कॉलेज गेट, कामरेड भोगेन्द्र झा चौराहा, मिर्जापुर टावर, हसन चौक तक सार्वजनिक शिक्षा बचाओ मार्च शरद कुमार सिंह के नेतृत्व में किया। मार्च के उपरांत अजय भवन प्रांगण में , शशि रंजन प्रताप सिंह, अविनाश कुमार व अरशद सिद्दीकी की तीन सदस्यीय अध्यक्ष मंडल की अध्यक्षता में सम्मेलन शुभारंभ हुआ।
इस अवसर पर सम्मेलन मे उद्घाटन भाषण करते हुए एआईएसएफ के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व प्रदेश अध्यक्ष कॉमरेड नारायण जी झा ने कहा कि एआईएसएफ का अपना गौरवशाली इतिहास है। 85 वर्षों के संघर्षों को आज छात्रों के बीच में ले जाने की जरूरत है। 12- 13 अगस्त 1936 को गंगा मेमोरियल हॉल लखनऊ में संगठन की स्थापना देश की आजादी में छात्र-नौजवानों की सहभागिता हेतु की गई थी। देश के आजादी के उपरांत शांति, प्रगति, और वैज्ञानिक समाजवाद के उद्देश्य, राष्ट्रपति हो या चपरासी की संतान सबको शिक्षा एक समान, सबको शिक्षा सबको काम आदि नारों को लेकर संगठन संघर्षशील है। आज 35 वां जिला सम्मेलन के अवसर पर हम लोग नए ऊर्जा के साथ संगठन को सशक्त कर देश के अंदर सार्वजनिक शिक्षा को बचाने के लिए संकल्पित हो।
वहीं सम्मेलन के मुख्य वक्ता प्रोफेसर शब्बीर अहमद बेग ने कहा कि वर्तमान केंद्र सरकार यहां के छात्र-नौजवानों को शिक्षा से दूर करने की साजिश रच रही है। इसी कड़ी में डब्ल्यूटीओ को भारत के सार्वजनिक शिक्षा को सौंपने की सरकार की साजिश को छात्र संगठन और शिक्षक संगठनों के आंदोलन नेश्तों नाबूत किया है। सरकार के एजेंडे में दूर-दूर तक समान शिक्षा प्रणाली लागू करना नहीं है। सरकार लगातार शिक्षा को बाजार की वस्तु बनाकर छोड़ने में लगी हुई है। शिक्षा को बड़े-बड़े कारपोरेट के चंगुल से बचाना हम छात्रों और शिक्षकों का कर्तव्य हैं।
सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुखिया महासंघ के अध्यक्ष राजीव कुमार चौधरी, पूर्व छात्र नेता व जिला परिषद सदस्य सुधीर कुमार, मुखिया महासंघ के संरक्षक अहमद अली तमन्ने, विश्वनाथ मिश्र, रामनाथ पंजियार, पवन चौधरी, आनंद मोहन आदि ने एआईएसएफ के संघर्षशील इतिहास पर प्रकाश डालते हुए वर्तमान में संगठन को मजबूत करने की बात कही। सम्मेलन में 21 सदस्यीय जिला परिषद का गठन किया गया।
वही सर्वसम्मति से जिला अध्यक्ष के रूप में मोहम्मद अरशद सिद्दीकी, जिला सचिव शशि रंजन प्रताप सिंह, जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार साहू, जिला सह सचिव अखिलेश कुमार, कोषाध्यक्ष निखिल कुमार को चुना गया। सम्मेलन में प्रदेश से प्रभारी के रूप में सत्यम कुमार व सुधीर कुमार उपस्थित थे। शरद कुमार सिंह के द्वारा सांगठनिक व राजनीतिक प्रतिवेदन पेश किया गया। जिसे सर्वसम्मति से सभी प्रतिनिधियों ने पारित किया। वही संगठन के प्रस्तावित राज्य सम्मेलन जो 22 से 24 जुलाई को मुजफ्फरपुर में होगी। उसके लिए 15 सदस्यीय प्रतिनिधि का भी चयन सर्वसम्मति से किया गया।
वहीं सम्मेलन का समाप्ति हम होंगे कामयाब गान के साथ किया गया। सम्मेलन में एआईएसएफ के शंकर यादव, रोशन कुमार, रवि सिंह, मिंटू कुमार, ध्रुव कुमार, रोशन कुमार झा, राजा कुमार झा, सोनू कुमार दास, दुर्गानंद राय, राजेश रोशन, रोशन कुमार मुखिया, सतीश कुमार झा, निखिल कुमार, अजीत कुमार, रियाज अहमद, सुधीर पंडित, श्याम कुमार, कुमार मधुलेय, सद्दाब तमन्ने, अजीत कुमार, मोहम्मद अदनान अंसारी, अहमद हुसैन, अहमद हुसैन, मुन्ना कुमार, खालिद, ध्रुव कुमार, अमित कुमार, आनंद कुमार सिंह, आशुतोष पाठक, अमरेश कुमार, मो. अशरफ, अभिषेक आनंद, रोशन कुमार, पुरुषोत्तम कुमार, आदित्य मंटू, आदित्य सिंह, श्रवण कुमार, रामसुंदर चौरसिया, चंदन झा, रवि रंजन, कुमार अभिनव चौधरी आदि उपस्थित थे।