जिले को मिले हैं 319 एएनएम, सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में भी मरीजों को उपलब्ध होगी उचित स्वास्थ्य सुविधाएं।

#MNN@24X7 मधुबनी /1 नवंबर। जिले के ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने जिले में 319 एएनएम की नियुक्ति सूची भेजी है। मंगलवार से इन एएनएम ने योगदान देना शुरू भी कर दिया है। इन एएनएम को जिले के विभिन्न स्वास्थ्य उप केंद्रों में प्रतिनियुक्ति की जाएगी। जिससे सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्रों में भी मरीजों को चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध होगी।

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया नियमित टीकाकरण के दिन (बुधवार व शुक्रवार) को ही स्वास्थ्य उप केंद्रों में मरीजों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध होती थी। अब इन स्वास्थ्य केंद्रों में प्रतिदिन ओपीडी का संचालन किया जाएगा। विशेष चिकित्सीय लाभ के लिए मरीजों को प्रखंड स्तरीय अस्पताल तथा अन्य उच्चतर सरकारी संस्थानों में रेफर किया जाएगा। .

स्वास्थ्य केंद्रों पर होगी इन एएनएम की प्रतिनियुक्ति :

सिविल सर्जन डॉ सुनील कुमार झा ने बताया सभी नव नियुक्त एएनएम की प्रतिनियुक्ति स्वास्थ्य उप केंद्रों पर होगी। विदित हो की जिले में कुल 429 स्वास्थ्य उप- केंद्र, अतिरिक्त स्वास्थ्य केंद्र 74, पीएचसीए 11, सीएचसी 10, रेफरल अस्पताल 3, सब डिविजनल अस्पताल 3 तथा सदर अस्पताल-1 है। पूर्व में इन केंद्रों पर 500 एएनएम की नियुक्ति की गई है। अब नए 319 एएनएम की नियुक्ति के बाद ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाली गर्भवती महिलाओं, बच्चों के साथ अन्य लोगों को बीमार होने पर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अथवा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों की ओर दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी।

अब गांव में ही उनको बेहतर उपचार मिल सकेगा। उप स्वास्थ्य केंद्रों पर तैनात एएनएम द्वारा गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की समय-समय पर जांच, टीकाकरण, डिलीवरी के अलावा बच्चों का नियमित टीकाकरण, कोविड टीकाकरण, संचारी रोग के रोगियों के लिए दवाएं उपलब्ध कराना तथा सरकार द्वारा चलाई जा रही स्वास्थ्य योजनाओं की जानकारी देकर उनका लाभ लेने के लिए जागरूक किया जाएगा।

सभी एएनएम को किया जाएगा प्रशिक्षित :

डॉ झा ने बताया सभी नवनियुक्त एएनएम को ग्रामीण क्षेत्रों में तैनाती की जाएगी। . एएनएम को अपनी जिम्मेवारी निभाने के लिए प्रशिक्षित किया जायेगा। प्रशिक्षण के बाद ये नर्सें सुदूर ग्रामीण इलाकों में बीमार रोगियों के इलाज के साथ गर्भवती महिलाओं के कुछ जरूरी जांच भी करेगी। साथ ही मरीजों के रक्तचाप, ,एनीमिया,आदि की जांच व इलाज करेगी।

एएनएम की ये होगी जिम्मेदारी:

•प्रतिदिन ओपीडी का संचालन करना
•नियमित टीकाकरण
•ई – टेलीमेडिसिन
•गर्भवती महिलाओं के प्रसव पूर्व ए.एन.सी. जांच सुनिश्चित करना
•टीबी मरीज, एमडीआर/ सीडीआर की जांच प्रतिवेदन करना
•अनमोल एप तथा आरसीएच रजिस्टर को
•जटिल गर्भावस्था वाली महिलाओं का संस्थागत प्रसव पश्चात गृह भ्रमण
•संस्थागत प्रसव हेतु गर्भवती महिलाओं को प्रेरित करना
•आमजनों को परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई साधनों के बारे में जानकारी देना