गैर संचारी रोग नियंत्रण को लेकर कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर रवि कुमार ने की सबसे ज्यादा स्क्रीनिंग

.प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र समस्तीपुर और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरायरंजन को सिविल सर्जन के द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने हेतु प्रशंसा पत्र दिया गया
•एचडब्ल्यूसी पर हाइपरटेंशन, डायबिटीज व कैंसर मरीजों की होती है स्क्रीनिंग

समस्तीपुर /6 जून जिले में नॉन कम्युनिकेबल डिजीज (गैर संचारी रोगों) पर नजर रखने की जिम्मेदारी जिले में संचालित एनसीडी क्लीनिक सहित सभी एनसीडब्ल्यूसी पर निर्धारित की गई है जिसकी जिम्मेवारी हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर सीएचओ को दी गई है ।यूपीएचसी, एपीएचसी, एएचसी पर कार्यरत आशा, एएनएम स्टाफ, नर्स, सीएचओ, चिकित्सा पदाधिकारी एवं डाटा एंट्री ऑपरेटर आदि कर्मियों की एक टीम द्वारा सभी आवश्यक उपकरणों एवं सामग्रियों के साथ उपस्थित होकर लोगों का गैर संचारी रोग से संबंधित बीमारियों का स्क्रीनिंग करते हैं.

जिले में एनसीडी स्क्रीनिंग में समस्तीपुर जिला राज्य में तीसरे स्थान पर है जिसके तहत समस्तीपुर में वित्तीय वर्ष 2022- 23 मे 385830 लोगों का स्क्रीनिंग किया जाना है जिसके आलोक में 4,0490 लोगों का स्क्रीनिंग किया गया है. वहीं गैर संचारी रोग नियंत्रण को लेकर दलसिंहसराय प्रखंड के गड्डो वाजिदपुर के कम्युनिटी हेल्थ ऑफीसर रवि कुमार ने 409 लोगों का स्क्रीनिंग किया जो जिले में सबसे ज्यादा है.

30 से अधिक उम्र के लोगों का फोल्डर तैयार करती है आशा :

आशा एवं एएनएम अपने पोषक क्षेत्र में प्रत्येक सदस्य एवं उनके घरों में रहने वाले प्रत्येक परिवारों का फैमिली फोल्डर एवं परिवार के 30 वर्ष से अधिक आयु के सभी व्यक्तियों का सी बैक फॉर्म रुप से भर्ती है। एनपीसीडीएस (कैंसर, मधुमेह, हृदय रोग और स्ट्रोक की रोकथाम और नियंत्रण के लिए राष्ट्रीय कार्यक्रम ) के अंतर्गत पॉपुलेशन बेस्ड मास स्क्रीनिंग फॉर एनसीडी के तहत 30 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के लोगों का कार्यक्रम के तहत कैंसर, मधुमेह, हृदयवाहिका रोग और लकवा आदि के मरीजों की लक्षणों व सामान्य जांच के आधार पर ऐसे मरीजों को चिह्नित क्या जाता है जो गंभीर बीमारियों से जूझ रहे है

एनसीडी एप्लीकेशन पर दिया गया है प्रशिक्षण :

एनसीडीओ डॉ विजय कुमार ने बताया की जिले के सभी आशा एएनएम एवं सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया है आशा अपने क्षेत्र के 30 की उम्र पार कर रहे स्त्री व पुरुषों का सी बैक फार्म व फैमिली फोल्डर फार्म भरना होता है । वेलनेस सेंटर पर कार्यरत एएनएम फार्म को एनसीडी एप्लीकेशन पर अपलोड करती है.

बीमारी की पुष्टि होने पर पीड़ित को हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर लाकर इलाज शुरू किया जाता है। बताया हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरके माध्यम से अब हम लोग हर घर तक पहुंच और लक्ष्य को आसानी से प्राप्त कर सकते हैं। साथ ही कार्यक्रम का नियमित पोर्टल पर एंट्री किया जाता है ।इस क्रम में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र समस्तीपुर और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरायरंजन को सिविल सर्जन के द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने हेतु प्रशंसा पत्र भी दिया गया है।