#MNN@24X7 दरभंगा, एम्स निर्माण के नाम पर मिथिला के लोगों के साथ की जा रही ठगी अब जगजाहिर हो चुकी है और लोगों ने यह जान लिया है कि इस मुद्दे को सियासत की राजनीति के निशाने पर लेकर मिथिला के लोगों को गुमराह किया जा रहा है। यह बात विद्यापति सेवा संस्थान के महासचिव डा बैद्यनाथ चौधरी बैजू ने सोमवार को केन्द्र सरकार की टीम द्वारा दरभंगा में एम्स निर्माण के लिए बिहार सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई शोभन इलाके की जमीन को नकारे जाने संबंधी रिपोर्ट का खुलासा होने के बाद कहा। उन्होंने कहा कि मिथिला के आठ करोड़ लोगों के हित से जुड़े इस मामले पर विद्यापति सेवा संस्थान चैन से नहीं बैठेगा और एम्स निर्माण के लिए आम व खास लोगों को संगठित कर आंदोलन का बिगूल फूंकेगा।
उन्होंने कहा कि कुछ अज्ञान और चाटुकार लोगों की गिरफ्त में आकर बिहार की सरकार लोगों को मुद्दों से भटकाने को लेकर अनेक गलतियों पर गलतियां किए जा रही है और हममें से ही कुछ लोग अपने स्वार्थ सिद्धि के लिए उनकी हां में हां मिलाए जा रहे हैं।उन्होंने कहा कि आज श्रेय लेने की होड़ में जहां एम्स के निर्माण कार्य को अटकाया जा रहा है, वहीं आने वाले चुनाव में मिथिलावासी को इस मुद्दे पर ओछी राजनीति करने वाले नेताओं को माकूल जवाब देने के लिए तैयार रहना होगा।
मैथिली अकादमी के पूर्व अध्यक्ष पं कमलाकांत झा ने दरभंगा में एम्स निर्माण के नाम पर किए जा रहे राजनीतिक कुठाराघात को आत्मघाती बताते हुए इस मामले में हो रही ओछी राजनीति के विरुद्ध दलगत भावनाओं से ऊपर उठकर सभी राजनीतिक दलों एवं अन्य संगठनों को एक मंच पर आकर इसके विरुद्ध आवाज बुलंद करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि मिथिला एवं मैथिली के विकास में आ रही बाधाओं के स्थायी निदान के लिए अब अलग मिथिला राज्य का निर्माण जरूरी हो गया है।
विद्यापति सेवा संस्थान के कार्यकारी अध्यक्ष डा बुचरू पासवान ने कहा कि केंद्र व राज्य की सरकार वोट की राजनीति के नाम पर एकला चलो की रणनीति में कामयाब नहीं हो पाएगी। एम्स निर्माण के मामले उनके निर्णय के विरुद्ध ईंट का जवाब पत्थर से दिया जाएगा। जनप्रतिनिधियों को भी आने वाले चुनाव में अपना हिसाब चुकता करने के लिए तैयार रहना होगा।