दरभंगा। इंडियन एकेडमी आफ पेडियाट्रिक्स दरभंगा ब्रांच द्वारा आज डीएमसीएच के शिशु विभाग के वार्ड में मरीजों के बीच ओआरएस के पैकेट बांटकर ओ आर एस सप्ताह का शुभारंभ किया गया। आई ए पी के अध्यक्ष डॉक्टर अशोक कुमार, सचिव डॉक्टर सलीम अहमद, डीएमसी के प्राचार्य सह शिशु रोग विभागाध्यक्ष डॉक्टर के मिश्रा एवं सामुदायिक कार्यक्रम के प्रभारी डॉ कामोद झा के नेतृत्व में आईएपी के सदस्यों ने परिजनों से मिलकर उन्हें ओआरएस का महत्व और बनाने का तरीका समझाया।

डॉक्टर के एन मिश्रा ने कहा की हमें दस्त से होने वाले मृत्यु को शुन्य तक ले जाना है। इसमें शुद्ध भोजन और पानी का उपयोग, हाथों को बार बार सही से धोना, बाजार और खुले में रखे गंदी चीजों का बहिष्कार करने के साथ ओआरएस का महत्वपूर्ण योगदान है।

डॉक्टर एनपी गुप्ता ने कहा की ओआरएस का घोल सही ढंग से बनाना जरूरी है तभी वह उपयोगी होगा। उन्होंने कहा की एक साफ बर्तन में एक बड़े पैकेट को 1 लीटर या 1 छोटे पैकेट को 200 एम एल पीने योग्य शुद्ध पानी में एक ही बार में घोलना है। इसे ढककर 24 घंटा रख सकते हैं और दस्त शुरू होते ही लगातार बच्चे को पिलाते रहना है।

डॉ अशोक कुमार ने ओ आर एस और जिंक की जोड़ी को बलवान बताया। ओ आर एस के साथ जिंक देने से दस्त ठीक होने का समय कम जाता है और मरीज की जान बच जाती है। डॉ रिजवान हैदर ने कहा कि ओ आर एस की महत्ता भारतवर्ष में 1971 की बांग्लादेश के युद्ध के समय चिन्हित हुई और उस दिन से दस्त उपचार में इसकी उपयोगिता हम सब महसूस कर रहे हैं।

डॉ मणी शंकर ने कहा कि सिर्फ आईएपी के सदस्य ही नहीं यह सभी डॉक्टरों का कर्तव्य बनता है कि निर्जलीकरण के लक्षणों को पहचाने और दस्त शुरू होते ही ओ आर एस और जिंक शुरू करें। ऐसा कर हम एक प्रीवेंटेबल मृत्यु को रोक सकते हैं।

शिशु विभाग के सीनियर रेजिडेंट और पीजी छात्र जो आईएपी के मेंबर भी होते हैं ने हर मरीजों के पास जाकर उन्हें यह दिखाया कि ओआरएस का घोल कैसे बनाया जाता है। उन्होंने दस्त वाले बच्चों को चिन्हित कर उनकी माताओं को दो दो पैकेट ओ आर एस और जिंक दवा दी। ज्ञातव्य हो कि बिहार सरकार के निर्देश के अनुसार 5 साल तक के सभी बच्चों को घर-घर जाकर को आर एस का पैकेट देना है। जिन बच्चों को दस्त नहीं हो रहे हैं उन्हें एक और जिन्हें दस्त हो रहा है उन्हें दो पैकेट ओ आर एस और जिंक की गोली देना सुनिश्चित करना है।

कार्यक्रम के संयोजक डॉ कामोद झा ने बताया की पूरे ओआरएस सप्ताह में आई ए पी के सारे सदस्य अपने क्लीनिक में ओआरएस की महत्ता मरीजों के परिजनों को बताएंगे और जरूरतमंद मरीजों को ओ आर एस का पैकेट और जिंक देंगे। सचिव डॉक्टर सलीम अहमद ने बताया डीएमसीएच में इस सिलसिले में अगला कार्यक्रम वृहस्पतिवार को आउटडोर में किया जाएगा।

डॉक्टर ओम प्रकाश ने इस कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु अध्यक्ष डॉक्टर अशोक कुमार, सचिव डॉ सलीम अहमद, प्राचार्य डॉक्टर के एन मिश्रा, डॉक्टर एमपी गुप्ता, डॉ रिजवान हैदर, कार्यक्रम संचालक डॉ कामोद जा एवं अन्य शामिल सदस्यों का धन्यवाद ज्ञापन किया गया।