#MNN@24X7 वाराणसी, देवाधिदेव महादेव की नगरी काशी में भीषण गर्मी का कहर जारी है। भीषण गर्मी ने आषाढ़़ की दुपहरिया में सड़़कों पर कर्फ्यू जैसे हालात कर दिए हैं।हाल ये कि गर्मी के कहर से दोपहर 1 बजे से 3 बजे के बीच सड़़कों पर आवाजाही आधे से भी कम दिखाई दे रही है।काशीवासी भीषण गर्मी से बेहाल हैं।भीषण गर्मी के बीच काशी में विष्णु के अवतार भगवान जगन्नाथ भी बीमार हो गए है। भगवान जगन्नाथ इन दिनों भक्तों से दूर है।बीमार भगवान जगन्नाथ को अब स्वस्थ्य करने के लिए उन्हें खास काढ़े का भोग लगाया जा रहा है।

धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक 15 दिन इस काढ़े का भोग लगाने के बाद भगवान जगन्नाथ भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा स्वस्थ्य हो जाएंगे।भगवान जगन्नाथ को भोग लगने वाला ये काढ़ा इतना चमत्कारी है कि इसके सेवन से भक्तों का भी रोग दूर हो जाता है।भगवान जगन्नाथ को भोग लगाने के बाद इस खास काढ़े़ को प्रसाद के रूप में भक्तों में बांटा जाता है।

बता दें कि ज्येष्ठ शुक्ल पूर्णिमा पर गर्मी से परेशान भगवान जगन्नाथ को भक्त हर साल गंगा जल से स्नान कराते है। भक्तों द्वारा कराए जानें वाले इस स्नान की वजह से अगले दिन भगवान जगन्नाथ भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा बीमार हो जाते हैं।फिर पूरे 15 दिन भक्तों को दर्शन नहीं देते है।काशी में ये परम्परा 200 सालों से अधिक पुरानी है। काशी के केदारखंड में स्थित भगवान जगन्नाथ के मंदिर में इस परम्परा का निर्वहन आज भी होता हैं और मंदिर के कपाट बंद होने के बाद भी भक्त यहां माथा टेकने आतें हैं।भगवान जगन्नाथ को चढ़ाया जाने वाला काढ़ा खास तरीके से तैयार किया जाता है। इस काढ़े को काली मिर्च, लौंग, इलाइची, अदरक, तुलसी, कच्ची चीनी, मुलेटी, गुलाबजल से तैयार किया जाता है।

(सौ स्वराज सवेरा)