*अग्निपथ योजना न सिर्फ देश के नौजवानों के रोजगार के अधिकार पर कुठाराघात है बल्कि देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ है :- अभिषेक
* आंदोलनकारी छात्र नौजवानों पर पुलिस दमन बंद कर गिरफ्तार नौजवानों को रिहा करें सरकार- नेयाज अहमद
दरभंगा, 24 . जून 2022 अग्निपथ योजना के खिलाफ विरोध दिवस के अवसर पर अखिल भारतीय किसान महासभा के दरभंगा जिला कमिटी के बैनर तले अग्निपथ योजना को वापस लेने, छात्र -युवा नेता तारिक अनवर सहित गिरफ्तार तमाम आंदोलनकारियों को रिहा करने व तमाम मुकदमे वापस लेने के सवाल पर लक्की ट्रेड्स बाजार समिति से बाजार समिति गेट तक प्रतिवाद मार्च निकाला गया।
प्रतिवाद मार्च का नेतृत्व अखिल किसान महासभा के जिला प्रभारी अभिषेक कुमार, धर्मेश यादव, कोमलकांत यादव, इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद, मनरेगा मजदूर सभा के पप्पू पासवान, इनौस जिलाध्यक्ष केशरी कुमार यादव, एआईपीएफ के भूषण मंडल, रंजन प्रसाद सिंह, मो जमशेद कुमार व विशाल मांझी ने किया।
“जय जवान जय किसान” के नारे के साथ शुरू हुए विरोध मार्च के दौरान लोग “अग्निपथ योजना अविलंब वापस लो !” आंदोलनकारी छात्र नौजवानों पर पुलिस दमन बंद करो ! “गिरफ्तार छात्र नौजवानों को बिना शर्त रिहा करो और उन पर लगाए गए मुकदमे वापस लो!”
अग्निपथ योजना के बहाने किसानों से बदला लेने कि कोशिश नही चलेगा ! देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ करना बंद करो ! अग्निपथ योजना के बहाने देश की सेना का संघीकरण नही चलेगा ! आदि नारा लगाते हुए एनएच 57 होते हुए बाजार समिति के मुख्य गेट को जाम करके सभा में तब्दील हो गया।
कोमलकांत यादव की अध्यक्षता में आयोजित सभा को संबोधित करते हुए अखिल किसान महासभा के जिला प्रभारी व भाकपा (माले) राज्य कमिटी सदस्य अभिषेक कुमार ने कहा कि सेना में भर्ती की नई अग्निपथ योजना के खिलाफ युवाओं के राष्ट्रव्यापी विरोध को अखिल भारतीय किसान महासभा अपनी एकजुटता का इजहार करता हैं।
उन्होंने कहा कि यह योजना जवान-विरोधी, किसान-विरोधी और राष्ट्र-विरोधी है। अब केंद्र सरकार “जय जवान जय किसान” के नारे की भावना को तहस-नहस करने पर तुली है, ऐसे में किसान आंदोलन का कर्तव्य है कि वह जवानों के साथ इस संघर्ष में कंधे से कंधा जोड़कर खड़ा होने कि अपील करते हुए कहा कि यह योजना न सिर्फ देश के भविष्य के साथ खिलवाड़ है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा और बेरोजगार युवाओं के सपनों के साथ भी खिलवाड़ है, और देश के किसान परिवारों के साथ भी धोखा है।
इस देश का जवान वर्दीधारी किसान है। अधिकांश सैनिक किसान परिवार से हैं। सेना की नौकरी लाखों किसान परिवारों के मान और आर्थिक संबल से जुड़ी है। यह देश के लिए शर्म का विषय है की “वन रैंक वन पेंशन” के वादे के साथ पूर्व सैनिकों की रैली से अपना विजय अभियान शुरू करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अब “नो रैंक नो पेंशन” की इस योजना को लाद दिया है।
सेना में नियमित भर्ती में भारी कटौती उन किसान पुत्रों के साथ धोखा है जिन्होंने बरसों से फौज में सेवा करने का सपना संजोया था। यह संयोग नहीं है कि इस योजना में “ऑल इंडिया ऑल क्लास” के नियम से भर्ती करने पर उन सभी इलाकों से भर्ती में सबसे ज्यादा कटौती होगी जहां किसान आंदोलन में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया गया था। किसान आंदोलन के हाथों अपनी पराजय से तिलमिलाई हुई इस सरकार का किसानों से बदला उतारने का यह एक और हथकंडा है।
सभा को संबोधित करते हुए इंसाफ मंच के प्रदेश उपाध्यक्ष नेयाज अहमद ने कहा कि युवा नेता तारिक अनवर सहित तमाम गिरफ्तार आंदोलनकारियों को रिहा करने व लादे गए झूठे मुकदमा वापस नहीं लिया गया तो मोदी सरकार को ही उखाड़ फेंकने का आंदोलन का आगाज होगा।
सभा में धर्मेश यादव, आइसा प्रिंस कुमार कर्ण, मयंक कुमार, मो जमशेद, मिथिलेश पासवान, पप्पू पासवान, केशरी कुमार यादव, सुरेंद्र पासवान, मो उजैर, मो शहजादे, मो सोहैल, मो कुर्बान, लक्ष्मण पासवान, नवीन कुमार, सत्यनारायण चौधरी, बबुलू, गोविंद यादव आदि शामिल थे।