विश्वविद्यालय के कई पदाधिकारियों को भी आया मैसेज व फोन।

पुलिस को दी जा रही है सूचना।

दरभंगा। ऑनलाईन ठगी के कार्यों में लिप्त अपराधी इतने बेफिक्र व बेपरवाह है कि लोगों को झांसे में लेने के लिए अब कुलपति जैसे शिक्षाविद व महत्वपूर्ण सख्शियत की तस्वीर का खुलेआम इस्तेमाल से भी उसे परहेज नहीं है। ऐसा ही एक मामला उभर कर सामने आया है जिसमें एक ठग ने कामेश्वर सिंह दरभंगा संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ शशिनाथ झा की तस्वीर अपने वाट्सएप पर लगा रखी है। उसकी डीपी (डिसप्ले पिक्चर) में कुलपति का फोटो देखा जा सकता है। वहीं जानकारी मिलते ही कुलपति डॉ झा ने सभी को आगाह किया है कि उक्त ठग के झांसे में कोई नहीं आएं। किसी भी तरह का गिफ्ट व ऑनलाइन उपहार का आदान प्रदान नहीं करें। यह विशुद्ध गैर कानूनी कदम है। उधर , कुलसचिव डॉ सत्येंद्र नारायण सिंह ने भी सभी को इस बारे में अलर्ट कर दिया है। वैसे, इस आशय की सूचना पुलिस को भी दी जा रही है।

उक्त जानकारी देते हुए पीआरओ निशिकांत ने बताया कि जीओ मोबाईल नम्बर 07862098214 के एक उपभोक्ता अपनी डीपी में कुलपति डॉ झा की तस्वीर लगाकर कई लोगों को ऑनलाइन ठगने का प्रयास कर रहा है। ट्रूकॉलर एप्प के जरिये जांचने पर उस व्यक्ति का नाम मोबाइल स्क्रीन पर सुरस मीर लिखा हुआ डिस्प्ले होता है।हालांकि इसकी वैधता भी संदिग्ध ही प्रतीत हो रही है।

वहीं, विश्वविद्यालय के सहायक कुलसचिव तेजनारायण झा व उपकुलसचिव-प्रथम डॉ दीनानाथ साह को भी उक्त ठग ने उपहार देने के लिए अप्रोच किया था। इसी तरह विश्वविद्यालय की पूर्व विकास पदाधिकारी व शिक्षा शास्त्र विभाग की प्रध्यापिका डॉ रीता सिंह को भी ठग अपने लपेटे में लेने का प्रयास कर चुका है।

बता दें कि इन्हीं लोगों के अलावा अन्य स्रोतों से मिली जानकारी के बाद यह मामला प्रकाश में आ पाया।