गत 9 सितंबर को राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित वर्चुअल मीटिंग में विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो मुश्ताक अहमद ने की सहभागिता

विशेष रूप से एनएसएस एवं एनसीसी द्वारा अपने- अपने कार्य क्षेत्र में चलाया जाएगा टीबी संबंधी जन जागरूकता अभियान।

दरभंगा। ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के कुलपति प्रोफेसर सुरेन्द्र प्रताप सिंह के निर्देशानुसार विश्वविद्यालय के सभी स्नातकोत्तर विभागों एवं 4 जिलों- दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर एवं बेगूसराय के महाविद्यालयों तथा अन्य शैक्षणिक संस्थानों द्वारा अपने- अपने कार्य क्षेत्र में “टीबी मुक्त भारत अभियान” चलाया जाएगा। कुलपति ने कहा कि टीबी मुक्त भारत अभियान राष्ट्र- निर्माण हेतु आवश्यक है। यह जनभागीदारी से संबंधित कार्य है, जिसमें सबकी भागीदारी आवश्यक है।

उन्होंने इस अभियान को जनआंदोलन के रूप में चलाने का निर्देश देते हुए कहा कि प्रत्येक महाविद्यालय अपने- अपने कार्य क्षेत्र में इस अभियान को अत्यंत ही संजीदगी के साथ चलाएंगे। विशेष रूप से एनसीसी और एनएसएस द्वारा जन जागरूकता संबंधी- संगोष्ठी, परिचर्चा, रैली, नुक्कड़ नाटक तथा प्रतियोगिताओं आदि का आयोजन कर कार्यक्रम को सफलीभूत करें।

‘प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान’ से संबंधित कल 9 सितंबर, 2022 को आयोजित वर्चुअल मीटिंग में विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रो मुश्ताक अहमद ने भाग लिया। भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा आयोजित उक्त बैठक का उद्घाटन महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने किया, जबकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी बैठक को संबोधित किया। बैठक में देश के सभी राज्यपाल, लेफ्टिनेंट गवर्नर, संबंधित विभागीय पदाधिकारी, कुलपति व कुलसचिव आदि ने भाग लिया।

विश्वविद्यालय कुलसचिव प्रोफेसर मुश्ताक अहमद ने कहा कि यह अभियान स्वस्थ भारत के लिए अत्यंत आवश्यक है। जबतक भारत पूर्णत: स्वस्थ नागरिकों का देश नहीं बनेगा, तबतक भारत विकसित राष्ट्र नहीं बन सकता है। भारत सरकार द्वारा टीबी उन्मूलन कार्यक्रम चलाया जाना राष्ट्रहित में एक बड़ा ऐतिहासिक अभियान है। इसमें सभी क्षेत्रों के लोगों को स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बढ़- चढ़कर सहयोगात्मक रवैया अपनाना चाहिए, ताकि यह अभियान सफलीभूत हो सके। इस अभियान के प्रति सरकार अत्यंत ही गंभीर है। भारत सरकार द्वारा 2025 ईस्वी तक भारत को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा गया है।