#MNN@24X7 दरभंगा, सदा प्रासंगिक रहेंगी नागार्जुन की रचनाएं :कुलपति ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी ने कहा है कि महान कवि नागार्जुन की हिन्दी एवं मैथिली की रचनाएं सदा प्रासंगिक रहेंगी। उनकी रचनाएं जीवन के धरातल पर आधारित है। हिन्दी जगत के साथ मैथिली साहित्य में एक साथ लिखकर उन्होंने मिथिला के गौरवशाली इतिहास में एसा रत्न जड दिया जिसकी चमक कभी मद्धिम नहीं पड़ेगी। सोमवार को कुलपति ने अपने आवासीय कार्यालय पर मिथिला स्नातकोत्तर संस्कृत शोध संस्थान के निदेशक प्रो सुरेन्द्र प्रसाद सुमन के हाथों से सम्मानित होने के बाद उक्त बातें कहीं।
इस अवसर पर निदेशक प्रो सुमन ने कहा कि मिथिला स्नातकोत्तर संस्कृत शोध संस्थान में जन कवि नागार्जुन की रचनाओं पर आधारित एक सेमिनार विगत 11 मार्च को आयोजित किया गया था। उक्त सेमिनार का कुलपति प्रो संजय कुमार चौधरी के हाथों उद्घाटन होना था। लेकिन अपरिहार्य कारणों से कुलपति संस्थान में नहीं आ पाए थे। इस अवसर पर कुलपति को जनकवि नागार्जुन पर केंद्रित शोध पत्रिका, पाग, चादर एवं मोमेंटो से सम्मानित किया गया। प्रो सुमन ने कहा कि संस्थान में शीघ्र ही समारोह आयोजित कर कुलपति को सम्मानित किया जाएगा।