#MNN@24X7 दरभंगा, कृषि विज्ञान केंद्र, जाले के द्वारा सोमवार से मधुमक्खी पालन को लेकर प्रशिक्षण की शुरुआत की गई। प्रशिक्षण में जिले के विभिन्न प्रखंडों के युवक एवं युवतियां हिस्सा ले रहे हैं। जिन्हें 5 दिनों तक प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण कृषि विज्ञान केंद्र, जाले के प्रधान सह वरिय वैज्ञानिक डॉ दिव्यांशु शेखर के निर्देशानुसार आयोजित किया जा रहा है।
डॉ शेखर का कहना है की इस प्रशिक्षण से युवक एवं युवतियों को कृषि आधारित रोजगार के चयन में सहायता मिलेगी। प्रशिक्षण के दौरान उन्हें मधुमक्खी पालन के तरीके के साथ-साथ मधु से जुड़े उत्पादों के व्यावसायिक प्रयोग के बारे में बताया जाएगा। मधुमक्खी पालन से जुड़े रोजगार जैसे शहद उत्पादन, राज अवलेह उत्पादन, मॉम, पराग, मधु-नींबू शर्बत आदि बनाने का तरीका सिखाया जाएगा। उन्होंने बताया कि मधुमक्खी पालन कोई भी व्यक्ति चाहे कृषक महिलाएं बेरोजगार युवक युवतियों छोटे या बड़े व्यवसाय के रूप में अपना कर अपनी बेरोजगारी को दूर कर सकते हैं।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के संयोजक डॉ गौतम कुणाल ने बताया कि मधुमक्खी पालन बिना खेत का खेती है। जिसमें खेत की आवश्यकता नहीं होती यह खेती में सहयोगी होता है। प्रशिक्षण के दौरान सभी प्रशिक्षणार्थियों को मधुमक्खी पालन, मधुमक्खियां की देखभाल, रोग व कीड़ों से बचाव, शहद निकलना आदि पर व्यावहारिक व तकनीकी प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रशिक्षण पूरा होने के बाद प्रत्येक प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र वितरण के साथ प्रशिक्षण का समापन किया जाएगा।