कोरोना काल का पूर्ण समाप्ति हो। इसी उद्देश्य से दो वर्ष बाद दरभंगा पर्यटन संस्थान ,वार्ड 21 का 72 सदस्ययी ज़ियारत दल देवा शरीफ (बाराबंकी)लखनऊ के लिए रवाना हुआ। पार्षद मधुबाला सिन्हा के नेतृत्व में 2014 से लगातार ज़ियारत और तीर्थ यात्रा के लिए दरभंगा पर्यटन संस्थान के तहत अलग अलग मुस्लिम एवं हिन्दू ज़ियारत व तीर्थ यात्रा के लिए जाते हैं।

लेकिन दो वर्ष से कोरोना काल में यह स्थगित रहा। इधर 14 फरबरी से कोरोना में ढील मिलते ही देवा शरीफ और वाराणसी की यात्रा का संक्षिप्त कार्यक्रम बना। इसी के तहत वार्ड 21 के 72 लोग देवा शरीफ के लिए विदा हुए।
शुक्रवार को मुस्लिम सदस्य जुमे की नमाज़ के बाद वहां चादरपोशी करेंगे। इससे पूर्व वार्ड में तैयार इस चादर को घुमाया गया, जहां उन लोगों ने भी इसे छूकर दुआ मांगी।
साम्प्रदायिक सदभाव के तहत हिन्दू समुदाय के दर्जनों लोगों ने ज़ियारत दल को विदा कर मुबारक दिया।
इसके बाद 4 मार्च को हिन्दू समुदाय के सदस्य वाराणसी भी जाएंगे।
पार्षद मधुबाला सिन्हा ने बताया कि इसमे डेढ़ सौ लोगों के टिकट का आरक्षण हो चुका है। सभी ज़ियारत और तीर्थ यात्रा के सदस्यों को कोरोना गाइड लाइन के नियम का पालन करते हुए ले जाया जा रहा है।