#MNN@24X7 दरभंगा, मुख्य सचिव, बिहार आमिर सुबाहनी की अध्यक्षता में छठ पर्व एवं काली पूजा के दौरान विधि व्यवस्था बनाए रखने को लेकर पुलिस महानिदेशक, बिहार आर.एस. भट्टी,अपर पुलिस महानिदेशक (विधि व्यवस्था) संजय सिंह, अपर पुलिस महानिदेशक (विशेष शाखा) सुनील कुमार, अपर महानिदेशक (विशेष सचिव गृह) के.एस. अनुपम, एवं रेलवे के विभिन्न मंडलों के वरीय अधिकारीगण, सभी प्रमंडलीय आयुक्त, सभी जिलाधिकारी, सभी वरीय पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक के साथ बैठक आयोजित की गई।
    
बैठक में रेलवे के विभिन्न मंडलों के डीआरएम को छठ पर्व के दौरान विशेष ट्रेन चलाये जाने से बड़े जंक्शनों एवं स्टेशनों पर यात्रियों की होने वाली संभावित भीड़ को लेकर पहले से पार्किंग एवं यातायात की व्यवस्था दुरुस्त रखने को कहा गया।
   
रेलवे के बड़े अधिकारियों के अनुरोध पर मुख्य सचिव ने सभी जिलाधिकारी एवं वरीय पुलिस अधीक्षक को उनके जिले के बड़े जंक्सन/स्टेशनों के पार्किंग स्थल एवं बाहरी अतिक्रमण को 14 व 15 नवंबर को अभियान चलाकर हटवाने के निर्देश दिए गए ।स्टेशन के समीप के अनाधिकृत दुकानदारों को छठ तक बिल्कुल हटवा देने का निर्देश दिया गया, इसके साथ ही ट्रेन के अंदर घूम-घूम कर अनाधिकृत रूप से सामान बेचने वाले पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने  तथा आदेश न मानने वाले के सामान जप्त करने के निर्देश दिए गए।
    
सभी स्टेशनों पर किसी अनजान आदमी के द्वारा दी गई सामग्री को न खाने का प्रचार लगातार करवाने के निर्देश दिए गए।
   
अपर पुलिस महानिदेशक (विशेष शाखा) ने बताया कि कई जिलों में काली पूजा बड़ी संख्या में प्रतिमा स्थापित करके की जाती है, जिनका विसर्जन आज से प्रारंभ हो गया है इस पर ध्यान देने की आवश्यकता है।
   
खतरनाक छठ घाटों पर बैरिकेडिंग, सभी छठ घाटों पर गोताखोर, घाटों के पहुंच पथ की सफाई, रौशनी, कंट्रोल रूम, पी.ए सिस्टम व चिकित्सा की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए।
  
बड़े छठ घाटों पर वॉच टावर बनवाने एवं छठ पर्व के दौरान नाव परिचालन एवं तैराकी पर पूर्णतः प्रतिबंध रखने के निर्देश दिए गए।
   
बैठक को संबोधित करते हुए अपर महानिदेशक (विधि व्यवस्था) ने कहा कि घाटों पर कमजोर लकड़ी का पुल न रहे, याता-यात पार्किंग, भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था की जाए,अफवाह पर तुरंत जवाबी कार्रवाई  की जाए।
    
उन्होंने कहा कि गृह रक्षकों में भी अच्छे तैराक हैं, उनकी प्रतिनियुक्ति खतरनाक घाटों पर की जाए।
   
सभी जिले में ट्रैफिक थाना बन गया है, इसलिए घाटों के लिए ट्रैफिक प्लान बना लिया जाए तथा क्यूआरटी का गठन कर लिया जाए, महिलाओं के लिए कपड़े बदलने की व्यवस्था घाटों पर की जाए।
   
पुलिस महानिदेशक ने कहा कि जिलों में घाटवार भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था रखी जाए, घाट के रास्ते में बिजली के लटके तार को दुरुस्त करवा लिया जाए, घाटवार चिकित्सा व्यवस्था की मैपिंग कर ली जाए।

अफवाह पर एक मिनट के अंदर खण्डन की कार्रवाई की जाए।
   
पुलिस बल का पहले से मॉक ड्रिल करवा लिया जाए तथा उनकी प्रतिनियुक्ति क्षेत्र के संबंध में उन्हें स्पष्ट जानकारी रहे। छठ के दौरान विधि व्यवस्था हेतु 112 का प्रयोग किया जाए, इसके लिए 112 (वाहन) का रूट परिवर्तन वरीय पुलिस अधीक्षक कर लें।
  
मुख्य सचिव द्वारा बारी-बारी से सभी जिलों से छठ पर्व एवं काली पूजा के दौरान विधि व्यवस्था संद्यारण हेतु की गई व्यवस्था की जानकारी ली गई।
     
जिलाधिकारी, दरभंगा राजीव रौशन ने मुख्य सचिव को बताया कि दरभंगा में छठ घाटों का निरीक्षण करवाया जा चुका है। शहरी क्षेत्र के बड़े घाटों हराही पोखर, गंगासागर, मिर्जा खाँ तालाब का उन्होंने स्वयं निरीक्षण किया। सभी घाटों पर गोताखोर, प्रकाश की व्यवस्था करवाई जा रही है, घाटों की गहराई की जाँच करवा ली गई है, खतरनाक घाटों पर बैरिकेडिंग एवं लाल निशान की व्यवस्था कराई जा रही है।
   
सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को छठ घाटों के रूट की जाँच स्वयं कर लेने हेतु निर्देश दिए गए हैं। सभी अंचलाधिकारी को छठ पर्व के दौरान नाव परिचालन एवं तैराकी पर पूर्ण प्रतिबंध रखने के निर्देश दिए गए हैं।
   
बैठक के दौरान दरभंगा एन.आई.सी से आयुक्त दरभंगा प्रमंडल दरभंगा मनीष कुमार, संयुक्त निदेशक जन संपर्क नागेंद्र कुमार गुप्ता उपस्थित थे।