लौरिया, पश्चिम चंपारण। जन सुराज पदयात्रा के 28वें दिन प्रशांत किशोर ने सैकड़ों पदयात्रियों के साथ 20 किमी का सफर तय किया। पदयात्रा लौरिया के बगही से निकल कर सबेया, देउरवा और तेलपुर पंचायत से होकर गुज़री। इस दौरान जगह-जगह पर लोगों ने प्रशांत किशोर और उनके साथ चल रहे सैंकड़ों पदयात्रियों का स्वागत किया।

पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर ने जन सभाओं को भी संबोधित किया और लोगों के साथ जन सुराज पर चर्चा की। स्थानीय जनप्रतिनिधि, महिलाएं, युवा इस पदयात्रा में बढ़-चढ़ कर हिस्सा ले रहे हैं और जन सुराज के विचारों को जन-जन तक पहुंचाने का संकल्प भी ले रहे हैं। प्रशांत किशोर हर रोज़ लगभग 20 किमी पैदल चल रहे हैं और सैकड़ों ग्रामीणों से मिलकर उनकी समस्याओं को समझने का प्रयास कर रहे हैं।

जन सुराज के उद्देश्य पर बातचीत करते हुए प्रशांत किशोर ने कहा, “हम एक ऐसा विकल्प बनाने का प्रयास कर रहे हैं जिसका नेता प्रशांत किशोर या कोई एक व्यक्ति ना हो। जो समाज के अच्छे लोगों से बना हो और उसके फैसले भी लोग सामूहिक रूप से ले सकें। ऐसी व्यवस्था सिर्फ गांधी के ही विचारों से संभव है। जब तक सभी धर्मों और वर्गों के लोग एक साथ नहीं खड़े होंगे, तब तक ऐसी व्यवस्था नहीं बन सकती। CAA-NRC के मुद्दे पर मैंने जदयू छोड़ा, क्योंकि मैं समझ गया था की नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं किया जा सकता।

प्रशांत किशोर ने कहा कि आप हमारे इस प्रयास में 6 महीने साथ दीजिए, आपको पता लग जाएगा कि हम किसी का वोट काटने नहीं आए हैं। ऐसा ज़लज़ला उठेगा की भाजपा, जदयू और राजद सबको साफ़ कर देंगे। अभी तो पदयात्रा शुरू हुई है और फ्री का वोट लेने वालों को घबराहट होने लगी है। एक बेहतर विकल्प के साथ आइए। हम यहां सिर्फ लड़ने के लिए नहीं आये हैं, जीत का पूरा खाका तैयार कर के आए हैं। विरोधियों की बेचैनी बढ़ गयी है, क्योंकि जब जनता जागरूक होगी तो अपने हित में एक बेहतर विकल्प चुनेगी, इन पार्टियों को पता है की उनकी दूकान बंद होने वाली है।