मैथिली साहित्य संस्थान, फेसेस आ बिहार पुराविद परिषद् केर संयुक्त तत्वावधान मे मैथिली दिवस के अवसर पर आयोजित ऑनलाईन विद्वत गोष्ठी जल जैविक संपदा : मिथिला के विकास’क प्रमुख आधार’क मुख्य वक्ता आ एम.एल.एस.एम.कॉलेज, दरभंगा केर पूर्व प्रधानाचार्य प्रो. डॉ. विद्यानाथ झा कहलनि जे उत्तर बिहार’क मिथिला क्षेत्र प्रचूर जल संसाधन सं परिपूर्ण अछि। सालों भरि बह’ बला धार, पोखरि आ चौर एकर अर्थव्यवस्था’क मुख्य आधार अछि जतय माछ’क अलावे मखाना, सिंघाड़ा, खुबही, चिचोढ़, कौआठूठी, सारुख, केसौर, भेंट, मोथी सदृश जलवनस्‍पति सब खाद्यौषधि केर रूप में उपयोग में आनल जाइत अछि। क्षेत्र’क मखाना एहि मे सबसं प्रमुख अछि जकरा “मिथिला मखान” के रूप में भौगोलिक संकेतक के पहचान भेट बला अछि। वायुश्वासी माछ स्वत:जात रूप मे मखाना जलाशय मे रहैत अछि। ओ तलभोजी होती अछि। समेकित माछ-मखान के जलकृषि सं क्षेत्र’क आर्थिक कायापलट भ सकैत अछि।