– प्रत्येक वर्ष 1 से 30 जून तक मलेरिया रोगियों की खोज एवं इसके प्रसार को रोकने के उद्देश्य से मनाया जाता है एंटी मलेरिया माह
– इस वर्ष ” हार्नेस इनोवेशन टू द मलेरिया डिजीज बर्डन एंड सेव लाइव्स ” की थीम पर मनाया जा रहा है एंटी मलेरिया माह
मधुबनी , 9 जून- जिला भर में जून का महीना एंटी मलेरिया माह के रूप में मनाया जा रहा है। मालूम हो कि प्रत्येक वर्ष 1 से 30 जून तक मलेरिया रोगियों की खोज एवं इसके प्रसार को रोकने के उद्देश्य से एंटी मलेरिया माह मनाया जाता है डिस्ट्रिक्ट वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल ऑफिसर डॉ. विनोद कुमार झा ने बताया कि वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्य बिहार के अपर निदेशक सह राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी के निर्देशानुसार प्रत्येक वर्ष कि भांति इस वर्ष भी 1 से 30 जून तक पूरे जून महीना को एंटी मलेरिया माह के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया है। इस वर्ष का थीम ” हार्नेस इनोवेशन टू द मलेरिया डिजीज बर्डन एंड लाइव्स ” है । एंटी मलेरिया माह के सफल आयोजन को ले जिला भर के सभी पीएचसी और सीएचसी के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी को पत्र जारी कर दी गई है।
मलेरिया के प्रति बचाव व जागरूक करना है उद्देश्य :
डॉ झा ने बताया कि एंटी मलेरिया माह के दौरान विशेष रूप से जनजातीय आबादी , घुमन्तु आबादी, बॉर्डर एरिया, अत्यधिक मलेरिया प्रभावित क्षेत्र, गर्भवती महिला और बच्चों को मलेरिया से बचाव के लिए जागरूक करना है। मलेरिया से बचाव के लिए प्राइवेट प्रैक्टिशनर्स को सम्मिलित किया जाएगा ताकि समय पर मलेरिया रोगियों की खोज, जांच एवम उपचार हो सके । इसके अलावा इस माह के दौरान स्वास्थ्य कर्मियों खासकर आशा कार्यकर्ता, एएनएम और आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को एंटी मलेरिया माह के बारे में जानकारी दिया जाना है।
मलेरिया रोगियों की सक्रिय रूप से होगी खोज:
इस माह के दौरान विशेष रूप से बुखार से पीड़ित व्यक्ति का खोज कर जांच एवं उपचार का काम किया जाएगा। इसके साथ ही मेडिकल टीम गठित कर मलेरिया रोगियों की सक्रिय खोज (एक्टिव सर्च) और पॉजिटिव रोगियों का उपचार किया जाएगा। जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार नीरज कुमार सिंह ने बताया कि एंटी मलेरिया माह के दौरान विभिन्न विद्यालयों में बच्चों और शिक्षकों को मलेरिया रोग के लक्षण, उससे बचाव एवम उपचार और सावधानियों के बारे में जानकारी दी जाएगी। अभी लगभग सभी विद्यालयों में गर्मी की छुट्टी चल रही है इसलिए छुट्टियों के बाद विभिन्न विद्यालयों में जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा।
उन्होंने बताया कि मलेरिया से बचाव के लिए मच्छरदानी का इस्तेमाल अनिवार्य रूप से करने एवं घरों में डीडीटी का छिड़काव करवाने के बारे में भी मलेरिया प्रभावित स्वास्थ्य उपकेंद्र एवं ग्राम स्तर पर आशा, एएनएम और आंगनबाडी कार्यकर्ता और पंचायती राज प्रतिनिधि के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जाएगा। इसके साथ ही स्वास्थ्य उपकेंद्र स्तर पर आयोजित वीएचएसएनडी सत्र पर गोष्ठी एवं ग्राम स्तर पर मलेरिया के बारे में चर्चा के साथ ही लोगों को स्वच्छता एवम साफ-सफाई पर विशेष ध्यान देने के लिए जागरूक करते हुए अपने घरों के आसपास जलजमाव को भी रोकने के लिए भी प्रेरित करना है।