– स्थानीय लोगों को आंगनवाड़ी केंद्रों पर मिलने वाली योजनाओं के लाभ के बारे में दिया जानकारी
-सामाजिक अंकेक्षण में विभिन्न बिंदुओं पर हुई चर्चा

मधुबनी /20 जुलाई, जिले के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में सामान्य लोगों की जनसहभागिता सुनिश्चित करने एवं इन केंद्रों के कार्यों को सामान्य लोगों के साथ पारदर्शिता लाने हेतु जुलाई माह के 20 तारीख बुधवार को जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर सामाजिक अंकेक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया ।

इसको लेकर समेकित बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) ने राजनगर प्रखंड के महिनाथपुर गांव के केंद्र संख्या 66 व 67 का निरीक्षण किया तथा उपस्थित लोगों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया.बातया जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पूर्व से ही सामाजिक अंकेक्षण की तैयारी पूरी करने के लिए निर्देशित किया गया था। आंगनबाड़ी केंद्रों के सामाजिक अंकेक्षण में पोषक क्षेत्र के लोगों द्वारा जानकारी ली गई कि उनके क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्र पर सरकार द्वारा संचालित योजना का कितना लाभ मिल रहा है। अंकेक्षण के बाद सम्बंधित रिपोर्ट राज्य सरकार को भेजी जाएगी।

स्थानीय लोगों को आंगनबाड़ी केंद्रों पर मिलने वाली योजनाओं के लाभ के बारे में दिया जानकारी :

आईसीडीएस की जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) शोभा सिन्हा ने बताया विभाग द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर सामाजिक अंकेक्षण कराने की तिथि 20 जुलाई निर्धारित की गई थी । इसके लिए जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर तैयारी पूरी करने हेतु सभी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी (सीडीपीओ) को आदेश दिया गया। सरकार द्वारा निर्देश के अनुसार आंगनबाड़ी केंद्रों का सामाजिक अंकेक्षण स्थानीय केंद्र अथवा उसके नजदीक किसी सार्वजनिक स्थल पर कराने का निर्देश दिया गया है।

इस दौरान उस केंद्र पर गठित सामाजिक अंकेक्षण समिति के सदस्यों की उपस्थिति अनिवार्य रूप से रहने का निर्देश दिया गया। सामाजिक अंकेक्षण समिति में पंचायत के विकास मित्र, पंचायत सचिव एवं सम्बंधित केंद्र के चयनित दो लाभार्थी सदस्य शामिल होते हैं । इसके अलावा अंकेक्षण के दौरान पोषक क्षेत्र के सभी लाभार्थी भी मौजूद रहेंगे। प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना के जिला समन्वयक अंजनी कुमार झा ने बताया कि सभी आंगनबाड़ी केंद्र पर सामाजिक अंकेक्षण के कार्य के दौरान सभी स्थानीय लोगों को सम्बंधित पदाधिकारियों के द्वारा आंगनबाड़ी स्तर पर चल रही सभी सरकारी योजनाओं की जानकारी विस्तारपूर्वक दी गई । इसके साथ ही सम्बंधित क्षेत्र की महिला पर्यवेक्षिका सभी आंगनबाड़ी केंद्रों का भ्रमण कर गतिविधियों की निगरानी करने का निर्देश दिया गया.

सामाजिक अंकेक्षण में विभिन्न बिंदुओं पर हुई चर्चा :

पोषण अभियान के जिला समन्वयक स्मित प्रतीक सिन्हा ने बातया आंगनबाड़ी केंद्रों पर सामाजिक अंकेक्षण कार्यक्रम में विभिन्न बिंदुओं पर चर्चा की गई । इसमें आंगनबाड़ी केंद्र संचालन में अनियमितता, बच्चों की उपस्थिति, माह में कम से कम 25 दिनों तक लाभार्थियों को पूरक पोषाहार, टीएचआर आपूर्ति, बच्चों का टीकाकरण एवं पोषक स्थिति, कुपोषित एवं अति कुपोषित बच्चों, स्कूल पूर्व शिक्षा की क्रियाशीलता, बाल कुपोषण मुक्त बिहार से सम्बंधित सामग्रियों की उपलब्धता एवं उनका उपयोग, आंगनबाड़ी केंद्र पर स्थापित नियमों के आलोक में उपलब्ध सुविधाओं आदि की समीक्षा की गई । इसके अलावा अंकेक्षण समिति द्वारा आंगनबाड़ी केंद्रों पर आधारभूत संरचना, स्वच्छ पेयजल, शौचालय, खेलने की जगह, स्कूल पूर्व शिक्षा किट्स, खाना बनाने एवं खाने हेतु बर्तन आदि की भी जांच की गई ।