-नियमित टीकाकरण अभियान- 5 वर्ष तक के बच्चे और गर्भवती महिलाओं का होगा टीकाकरण।
#MNN@24X7 मधुबनी ,05 जुलाई, भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने नियमित टीकाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 25 दिसंबर 2014 को मिशन इंद्रधनुष की शुरुआत की थी। जिसमें 5 वर्ष तक के बच्चे तथा गर्भवती महिलाओं को चिह्नित कर टीका कृत किया जाता है। इस वर्ष भारत सरकार के द्वारा आईएमआई 5.0 के तीन राउंड की योजना बनाई गई है। जिसमें प्रथम चरण 7 से 12 अगस्त, दूसरा चरण 11 से 16 सितंबर तथा तीसरा चरण 9 से 14 अक्टूबर तक आयोजित किया जाएगा।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके विश्वकर्मा ने बताया मिशन इंद्रधनुष एक बूस्टर टीकाकरण कार्यक्रम है जो टीकाकरण का कवरेज अधिक करने के लिए चिह्नित जिलों में चलाया जाता है। जिले में मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत आगामी माह में नियमित टीकाकरण को गति देने एवं वंचित बच्चों को सात प्रकार के वायरस से बचाव के वैक्सीन की बूस्टर डोज देने के उद्देश्य से संचालित इस अभियान की सफलता को लेकर विभागीय स्तर से जरूरी तैयारियां की जा रही हैं।
जिला प्रतिक्षण पदाधिकारी ने बताया मिशन इन्द्रधनुष कार्यक्रम की सफलता को लेकरराज्य स्तर पर जिले के प्रतिरक्षण पदाधिकारी एवं सहयोगी संस्था के प्रतिनिधियों को प्रशिक्षण दिया गया है। प्रखंड स्तर पर सभी चिकित्सा पदाधिकारी एवं प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक व डाटा ऑपरेटर को प्रशिक्षित किया जाएगा। सभी हेल्थ वर्करों का आईडी जनरेट किया जाएगा जिला स्तर पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी को एडमिन तथा प्रखंड स्तर पर एमओआईसी को एडमिन बनाया जाएगा। उसके बाद सर्वे के आधार पर पात्र लाभार्थियों का यूविन पोर्टल के माध्यम से संचालित होगा, जिस तरह कोरोना टीकाकरण में किया गया था।
उन्होंने बताया कि सभी प्रकार की रिपोर्टिंग यूविन पोर्टल के माध्यम से की जाएगी। सभी स्वास्थ्य अधिकारी व सहयोगी संस्था के प्रतिनिधियों को जरूरी दिशा निर्देश दिए जाएंगे। सत्रवार सर्वे के आधार पर लाभार्थियों की ड्यू लिस्ट तैयार की जाएगी । प्रखंडवार अभियान की शुरुआत संबंधित बीडीओ, सीडीपीओ व अन्य प्रखंडस्तरीय अधिकारियों की मौजूदगी की जानी है। अभियान के सफल संचालन को लेकर क्षेत्र में सघन जागरूकता अभियान संचालित करने के लिए हर स्तर पर अभियान की निगरानी व अनुश्रवण के लिये कर्मियों को जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। सभी जरूरी लॉजिस्टिक की उपलब्धता सुनिश्चित कराने व टीकाकरण सत्रों की साज-सज्जा को लेकर संबंधित अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये जायेंगे।
मिशन इंद्रधनुष 7 बीमारियों से बचाने में सहायक:
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ एसके विश्वकर्मा ने बताया मिशन इंद्रधनुष से बच्चों में होने वाली 7 प्रमुख बीमारियों तपेदिक, पोलियोमाइलाइटिस, हेपेटाइटिस बी, डिप्थेरिया, पर्टुसिस, टेटनस और खसरा का खतरा कम होगा। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि टीकों की संख्या 12 होती है। इसमें खसरा रूबेला, रोटावायरस, हिमोफिलस इन्फ्लूएंजा टाइप-बी और पोलियो के खिलाफ टीकों को शामिल किया गया है।
कई जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा के लिहाज से टीकाकरण जरूरी :
यूनिसेफ एसएमसी प्रमोद कुमार झा ने बताया कि गर्भवती महिलाएं व 5 वर्ष तक के बच्चों को विभिन्न प्रकार की जानलेवा बीमारियों से बचाने के लिये नियमित टीकाकरण बेहद जरूरी है। मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत जिला के सभी 21 प्रखंडों के चयनित स्थलों पर गर्भवती महिलाएं व बच्चों के टीकाकरण का इंतजाम सुनिश्चित कराया जायेगा। यहां 5 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों को बीसीजी, ओपीवी, पेंटावेलेंट, रोटा वैक्सीन, आईपीवी मिजल्स, विटामीन-ए, डीपीटी बूस्टर डोज व बूस्टर ओपीवी के टीके लगाये जायेंगे। इसके साथ ही गर्भवती महिलाओं को अभियान के क्रम में टेटनेस- डिप्थेरिया के टीके लगाए जायेंगे। उन्होंने बताया कि नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के तहत टीकाकरण से वंचित दो वर्ष तक के सभी बच्चों व सभी गर्भवती महिलाओं तक टीकाकरण की पहुंच सुनिश्चित कराना मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य है।