•पंचायत के मुखिया होते हैं समिति के अध्यक्ष, सीएचओ को सचिव की जिम्मेदारी।
•गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के लिए विभाग की पहल।
#MNN@24X7 मधुबनी /8 मई, जिले में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर आमजनों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधा मुहैया कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य विभाग ने गुणवत्तापूर्ण सेवा मुहैया कराने के लिए 381 हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर को फंक्शनल कर दिया गया है, जहां विभाग के द्वारा अभी 100 सीएचओ को को पदस्थापित कर दिया गया है जिन्हें रोस्टर के मुताबिक एक केंद्र पर 3 दिन कार्य करना होता है।
विदित हो की स्वास्थ्य विभाग के द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर 12 प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जानी चाहिए वर्तमान में 8 से 9 प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है. वहीं जिले में एक नयी पहल के तहत सभी हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर आयुष्मान भारत- जन आरोग्य समिति का गठन किया किया जाना है।
विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 167 हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर जन आरोग्य समिति का गठन कर दिया गया है। क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक नजमुल होदा ने बताया हेल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर पर स्वास्थ्य सेवाओं और सुविधाओं के प्रावधान के संबंध में इसके संचालन, प्रबन्धन, उपभोग और जवाबदेही सुनिश्चित करने में जन प्रतिनिधियों की सक्रिय भागेदारी हेतु आयुष्मान भारत-जन आरोग्य समिति के रूप में एक मंच उपलब्ध कराया जा रहा है। यह समिति जिला स्वास्थ्य समिति के घटक के रूप में कार्य करेगी एवं इसके अलग से पंजीकरण की आवश्यकता नहीं होगी।
क्या है समिति का उद्देश्य:
सिविल सर्जन डॉक्टर नरेश कुमार भीमसारिया ने बताया राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत जिले के सभी आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स कार्यक्रम अन्तर्गत स्वास्थ्य उप केंद्रों और अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर विस्तारित प्राथमिक स्वास्थ्य सेवायें प्रदान करने के लिए हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर्स में रूपांतरित किया गया है। इसके अन्तर्गत सभी प्रकार की विस्तारित प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं के लिए स्वास्थ्य एवं इसके सामाजिक निर्धारकों से सम्बन्धित समस्याओं पर सामूहिक सामुदायिक कार्यवाई एवं समुदाय द्वारा सेवाओं का समुचित उपभोग किये जाने हेतु जन आरोग्य समिति का गठन किया गया है।
पंचायत के मुखिया होते हैं समिति अध्यक्ष:
डीपीसी प्रदीप कुमार यादव ने बताया आयुष्मान भारत जन आरोग्य समिति में पंचायत के मुखिया अध्यक्ष होते है । वहीं हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के सीएचओ को सचिव की जिम्मेदारी होती है । वरिष्ठ एएनएम और सीएचओ को उप सचिव बनाया जाता है। सदस्य के रूप में संबंधित स्वास्थ्य उपकेन्द्र के पोषक क्षेत्र अन्तर्गत आने वाले सभी वीएचएसएनसी के सचिव संबंधित स्वास्थ्य उपकेन्द्र के कार्यक्षेत्र की एक आशा फैसिलिटेटर (जहाँ हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर अवस्थित है) अधिकतम चार सदस्य हो सकती हैं।
संबंधित स्वास्थ्य उपकेन्द्र के कार्यक्षेत्र की एक लेडी सुपरवाइजर समेकित बाल सेवाएँ विकास संबंधित स्वास्थ्य उपकेन्द्र के कार्यक्षेत्र अन्तर्गत प्रत्येक पंचायत से एक जीविका स्वयं सहायता समूह की अध्यक्षा / प्रतिनिधि / ग्राम संगठन) संबंधित स्वास्थ्य उपकेन्द्र के कार्यक्षेत्र अन्तर्गत एक सरकारी स्कूल का आयुष्मान भारत स्कूल हेल्थ एण्ड वेलनेस एम्बेसडर एक गैर सरकारी संगठन का एक प्रतिनिधि जो क्षेत्र अन्तर्गत स्वास्थ्य एवं पोषण विषयों पर कार्य कर रहे हो, को सदस्य के रूप में शामिल किया जाता है ।
स्वास्थ्य उपकेंद्रों में मिलती है ये सुविधाएं:
स्वास्थ्य उपकेंद्रों में पूर्व में जहां छह प्रकार की स्वास्थ्य सुविधाएं मिल रही थी, वह अब बढ़कर 12 प्रकार का किया गया है वर्तमान में जिले के हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर पर 8 से 9 प्रकार की स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही है. गर्भवती की देखभाल, नवजात व शिशु की देखभाल, बाल व किशोरी स्वास्थ्य सेवाओं के साथ टीकाकरण, परिवार नियोजन व गर्भ निरोधक सेवाएं तथा अन्य प्रजनन स्वास्थ्य सेवाएं, सामान्य संचारी रोगों का प्रबंधन तथा अन्य साधारण बीमारियों तथा राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत संचारी रोग, गैर संचारी रोगों की पहचान, बुजुर्गों संबंधी (रक्तचाप, मधुमेह व हृदय रोग) रोगों की पहचान व सेवाएं इन केंद्रों में दिए जाने का प्रावधान है।