बुधवार को ब्लॉक मोर बहेड़ी के नजदीक की गई इसकी शुरुआत करते हुए जीविका के जीविकोपार्जन विशेषज्ञ डॉक्टर एस के प्रभाकर ने उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए नीरा उत्पादन के फायदा बताते हुए कहा कि इसको पीने से लोगों को ताजगी महसूस होती है यह पूर्ण रूप से तार एवं खजूर के पेड़ से निकला हुआ ताजा रस है इसमें 84% पानी के अलावा कैल्शियम, पोटेशियम, आयरन इत्यादि जैसे कई पोषक तत्व मौजूद रहते हैं जो शरीर को विभिन्न बीमारियों जैसे मधुमेह, आंखों का विकार, कब्ज, दमा रोग, टीवी, पाइल्स, एग्जिमा एवम पीलिया से बचाने में मदद करता है। ग्रामीणों के वैकल्पिक स्रोत के रूप में उत्पादन को अहम योगदान माना गया है नीरा से बनी मिठाइयां, पेड़ा इत्यादि को लोग पसंद कर रहे हैं जिस कारण सरकार नीरा उपयोग एवम उत्पादन को लेकर लोगों को प्रोत्साहित कर रही हैं नीरा का उत्पादन मुख्य रूप से अप्रैल एवं मई महीना में किया जाता है इसके बाद इसका उत्पादन कम हो जाता है इस अवसर पर जीविका के लेखापाल अजीत कुमार महतो, कार्यालय सहायक निशीध कुणाल, समन्वयक इम्तियाजुर रहमान, सुरभि कुमारी, इंद्रदेव यादव, रचना पराशर, पूजा कुमारी, संकुल संघ के लेखापाल फुल कुमारी, अस्मिता कुमारी के साथ-साथ विक्रम कुमार मंडल एवं शत्रुघन यादव मौजूद थे।