#MNN@24X7 दरभंगा। बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ, जिला शाखा दरभंगा द्वारा ठेका, संविदा, मानदेय और आउटसोर्सिंग, दैनिक पुस्त कर्मियों को सरकारी सेवक घोषित करते हुए वेतनमान के साथ नियमित करने जैसे ज्वलंत मांगों के लिए प्रदर्शन किया गया।
प्रदर्शन लहेरियासराय पोलो फील्ड धरना स्थल से प्रस्थान कर आयुक्त कार्यालय, समाहरणालय एवं व्यवहार न्यायालय होते हुए लहेरियासराय टावर, लोहिया चौक का भ्रमण करते हुए समाहरणालय के मुख्य द्वार पर पहुंचा, जहां महासंघ के उपाध्यक्ष साथी अश्विनी कुमार झा की अध्यक्षता में रैली आयोजित किया गया।
रैली को संबोधित करते हुए बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के जिला मंत्री फूल कुमार झा ने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार कर्मचारी विरोधी है। वर्तमान राज्य सरकार के उपमुख्यमंत्री श्री तेजस्वी प्रसाद यादव जी ने चुनाव के समय कहा था कि सभी संविदा,ठेका मानदेय कर्मियों को नियमित किया जाएगा तथा समान काम का समान वेतन दिया जाएगा। परंतु राज्य सरकार द्वारा इस दिशा में कोई कारगर पहल नहीं किया जा रहा है, अच्छी डिग्री प्राप्त नौजवानों को 10 हजार से 15000 हजार रुपये मानदेय देकर श्रम का शोषण किया जा रहा है।
प्रदर्शन के माध्यम से राज्य सरकार से माँग है कि रिक्त पदों पर समायोजित किया जाए तथा राज्य की जनसंख्या के आधार पर नए पद सृजित किया जाए। नियमित नियुक्ति एवं समायोजन के पूर्व न्यूनतम मानदेय 26000 रुपये का भुगतान किया जाए।
इस अवसर पर महासंघ के साथी अरविंद कुमार राय, तारा कांत पाठक, बेचन राम, राम बहादुर पासवान, शंभूनाथ झा, शीतल प्रसाद साह, दुर्गाशंकर झा,फकीरा पासवान, सत्रोहन राय, आदित्यनाथ मिश्र आदि ने विचार व्यक्त करते हुए संघर्ष को तेज करने का आह्वान किया तथा जब तक सभी संविदा ठेका, मानदेय कर्मियों को नियमित नहीं किया जाएगा तब तक हमारी संघर्ष जारी रहेगा।