सघन दस्त नियंत्रण पखवारा का हुआ उद्घाटन।

दरभंगा. 15 जुलाई : सघन दस्त नियंत्रण पखवारा कार्यक्रम का जिला स्तरीय उद्घाटन प्रभारी सिविल सर्जन डॉ. जेपी महतो द्वारा प्राथमिक स्वासथ्य केंद्र, सदर में किया गया। इस अवसर पर वहां उपस्थित लगभग 20 से 22 बच्चे के माताओं को ओआरएस का पैकेट एवं जिंक का टेबलेट प्रदान किया गया।

उन्होंने बताया की कार्यक्रम 15 जुलाई से 30 जुलाई तक चलाई जाएगी। इसके सफल क्रियान्वयन के लिए जिला स्तर एवं प्रखंड स्तर पर तैयारी कर ली गई है। इसके अंतर्गत दस्त से होने वाले शिशु मृत्यु दर को शून्य स्तर प्राप्त करना है। सभी स्वास्थ्य केंद्रों को ओआरएस एवं जिंक टेबलेट उपलब्ध कराई जा रही है।

मौके पर डायरिया प्रचार प्रसार रथ को हरी झंडी दिखाकर एसीएमओ डॉ. एसएस झा, डीआईओ डॉ. एके मिश्रा, डीपीएम विशाल सिंह के द्वारा रवाना किया गया। यह रथ सभी प्रखंडों में चौदह दिनों तक घुम-घुम कर डायरिया के लिए प्रचार करेगी। डीआईओ डॉ. एके मिश्रा ने बताया की सभी स्वास्थ्य संस्थानों पर दीवार लेखन को कहा गया है, पोस्टर बैनर जल्द आने पर लगवाना सुनिश्चित करेंगे।
दस्त बंद होने के बाद भी देना है जिंक की खुराक
सभी प्रखंड के मूल्यांकन एवं अनुश्रवण के लिए जिला स्तरीय स्वास्थ्य पदाधिकारियों को प्रखंड का बंटवारा कर दिया गया।

डॉ एके मिश्रा ने बताया कि 05 वर्ष से कम उम्र वाले बच्चों के घरों में ओआरएस के एक पैकेट का वितरण आशा एवं आंगनबाड़ी के द्वारा की जाएगी और जिस घर में डायरिया से ग्रसित बच्चा मिलते हैं। उन्हें ओआरएस का दो पैकेट और जिंक का टैबलेट, परिवार के सदस्यों को ओआरएस बनाना एवं उसके होने वाले लाभ, साफ सफाई,हाथ धोने के तरीकों पर जोड़ देना है। जिंक का उपयोग दस्त होने के दौरान बच्चों को आवश्यक रूप से कराया जाना है।

दस्त बंद होने के उपरांत भी जिंक की खुराक 02 माह से 05 साल तक के बच्चों को उनकी उम्र के अनुसार कुल 14 दिनों तक जारी रखना है। 02 माह से 06 मह तक के बच्चों को।आधी गोली एवं 07 माह से 05 साल तक एक गोली देना है। इसके देने से दस्त में कमी एवं अगले 02 से 03 महीने तक दस्त की संभावना कम हो जाती है।

कार्यक्रम का उद्देश्य जागरूकता लाना

डीआइओ ने कहा कि अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि लोगों को डायरिया के प्रति जागरूक बनाना है, हाथों की साफ-सफाई,शौचालय का प्रयोग, पानी पीने के संबंध में बताना है। कोविड-19 महामारी को देखते हुए ग्रामीण/शहरी सभी को कोविड-19 हेतु बनाए गए SOP का पालन किया जाना है।

इस कार्यक्रम में टीम द्वारा 722490 घरों में 669786 बच्चों को ओआरएस उपलब्ध कराने का लक्ष्य है। उदघाटन कार्यक्रम में सदर ,प्र.चि.पदा. डॉ. उमा शंकर, यूनिसेफ एसएमसी शशि कान्त सिंह,ओंकार चंद, वीसीसीएम पंकज कुमार, बीचीएम रेवती रमण,नितेश सहाय, कमल किशोर दास, एएनम एंव आशा आदि उपस्थित थे।