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दरभंगा, 14 जून 2021 :- दरभंगा, समाहरणालय अवस्थित बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेदकर सभागार में माननीय मंत्री, जल संसाधन व सूचना एवं जन सम्पर्क विभाग श्री संजय कुमार झा की अध्यक्षता में दरभंगा, समस्तीपुर, मधुबनी, बेगुसराय एवं खगड़िया बाढ़ प्रमण्डल में बाढ़ पूर्व तटबंधों की सुरक्षा एवं मजबूतीकरण को लेकर समीक्षात्मक बैठक की गयी।
 
बैठक में सचिव, जल संसाधन विभाग संजय कुमार अग्रवाल द्वारा मुख्य अभियंता, बाढ़ नियंत्रण एवं जल निस्सरण से तटबंधों की स्थिति के संबंध में पूछने पर बताया गया कि इन क्षेत्रों में 79 पर कटाव निरोधी कार्य चल रहे थे। 54 स्थलों पर कार्य पूर्ण किया जा चुका है। शेष 08 में 90 प्रतिशत् एवं 09 में 50 प्रतिशत् कार्य हो चुका है। ये सभी कार्य 15 मई के बाद शुरू हुआ है।
   
माननीय मंत्री ने इन कार्यों को हर हाल में 30 जून तक समाप्त करने का निर्देश दिया।
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नदी से गाद उड़ाही योजना में 30 प्रतिशत् तक कार्य कर लिया गया है, 25 जून तक कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा। रत्नोपट्टी में 56 प्रतिशत् काम हो गया है, कैपिंग का काम चल रहा है। बताया गया कि समस्तीपुर प्रमण्डल में 07 योजना ली गयी थी, जो पूरा कर लिया गया है।

बेगुसराय की 11 योजनाओं में से 06 पूर्ण कर लिया गया है, 05 में 80 प्रतिशत् तक काम हो गया है। मधुबनी के झंझारपुर – 1 के 12 योजनाओं में 11 पूर्ण हो चुका है तथा 01 में 50 प्रतिशत् तक काम हो गया है। मधुबनी के झंझारपुर – 2 के 08 योजनाओं में 03 पूर्ण हो गया है। पिपड़ा घाट में सीट पाईलिंग का 50 प्रतिशत् काम हो गया है। उसी प्रकार खगड़िया के संबंध में बताया गया कि तटबंध सुरक्षा का कार्य 16 जून को पूरा हो जाएगा।
 
माननीय मंत्री ने कहा कि दरभंगा और मधुबनी में जमीनदारी बाँध की लम्बाई बहुत ज्यादा है एवं अनेक स्थलों पर मनरेगा के माध्यम से छोटे-छोटे कटाव निरोधी कार्य करवाए जा सकते हैं, उन स्थलों की सूची संबंधित जिलाधिकारी को उपलब्ध करा दी जाए।
 
उन्होंने कहा कि दो से तीन दिनों के अन्दर तटबंधों की चौकसी के लिए मजदूरों की प्रतिनियुक्ति कर ली जाए।
 
बैठक में बताया गया कुशेश्वरस्थान के 2800 मीटर के कटाव स्थल में कार्य सम्पन्न हो गया है। बताया गया कि इसी स्थल से नदी का पानी प्रवेश कर जाता था, अब बहुत हद तक बाढ़ का पानी प्रवेश नहीं कर सकेगा। 
        
सचिव, जल संसाधन विभाग द्वारा सभी अभियंताओं को अपने अभियंताओं के साथ स्वंय भी क्षेत्र भ्रमण करते रहने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नदी के बीच से यदि कोई बालू या मिट्टी का खनन करना चाहता है, तो उसे जिलाधिकारी द्वारा अनुमति प्रदान की जाए। इससे नदी की गहराई और चौड़ाई बढ़ेगी तथा पानी का ठहराव ज्यादा दिनों तक होगा और बाढ़ की समस्या से भी निजात मिलेगी।
      
जिलाधिकारी, दरभंगा राजीव रौशन द्वारा बताया गया कि एकमी के पास नगर सुरक्षा तटबंध के निरीक्षण के दौरान पाया गया कि एक व्यक्ति द्वारा काफी बड़े क्षेत्र में दीवार खड़ी कर मिट्टी भराई का कार्य किया जा रहा है, जिसे हटवाया जा रहा है।
     
इस तरह की संरचनाएँ धड़ल्ले से नदी की पेटी में बनाया जा रहा है। संबंधित तटबंध के कार्यपालक अभियंता एवं उनकी टीम को इस पर निगरानी रखनी चाहिए।
 
माननीय मंत्री ने सभी बाढ़ प्रमण्डल के कार्यपालक अभियंता को ऐसे निर्माण की सूची जिलाधिकारी को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया, ताकि उसे हटवाया जा सके।
       
बताया गया कि इससे बाढ़ के पानी की गति में अवरोध उत्पन्न होगा और आवासीय क्षेत्र में पानी फैलेगा।
 
उक्त बैठक में अपर समाहर्त्ता (राजस्व) विभूति रंजन चौधरी, अनुमण्डल पदाधिकारी सदर स्पर्श गुप्ता, अनुमण्डल पदाधिकारी, बेनीपुर शम्भू नाथ झा, अनुमण्डल पदाधिकारी, बिरौल संजीव कुमार कापर, भूमि सुधार उप समाहर्त्ता सादूल हसन खाँ, उप निदेशक, जन सम्पर्क नागेन्द्र कुमार गुप्ता, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी अजय कुमार, जिला पंचायती राज पदाधिकारी आलोक राज के साथ-साथ सभी अभियंतागण उपस्थित थे।