#MNN@24X7 आगरा उत्तर प्रदेश के आगरा में यमुना नदी का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।यमुना का पानी ताजमहल के पास की दीवार तक पहुंच गया है।यहां अब लकड़ी की बल्लियां और सैंड बैग रखकर पानी को अंदर घुसने से रोकने का प्रयास किया जा रहा है।बारिश के बाद यमुना में पानी काफी कम रहता है।इसलिए यमुना किनारे पर्यटकों के बैठने के लिए बैंच भी लगाई गई हैं।ताजमहल देखने आने वाले पर्यटक यमुना के किनारे बनी बैंचेज पर बैठकर नदी के पानी को देखते थे, लेकिन यमुना में बाढ़ से सब कुछ बंद है।बस बाढ़ राहत के काम में जुटे लोगों को ही यहां जाने की अनुमति है।

ताजमहल के पास बना दशहरा घाट भी पानी में डूब गया है। घाट के किनारे पर बांस बलिया लगा दी गई है। पुलिस ने लोगों को घाट के किनारे जाने से रोक दिया है।अगर आगरा में इसी तरह यमुना के जलस्तर बढ़ोतरी होती रही तो ताजमहल देखने आने वाले पर्यटकों की मुसीबतें बढ़ सकती है।यमुना के किनारे मार्ग की सड़क पर पानी भर गया है। बाढ़ के खतरे से आशंकित लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है।

1978 में ताजमहल की दीवार तक पहुंचा था पानी

बताते चलें कि आगरा में 45 साल बाद यमुना के पानी ने ताजमहल की दीवार को छुआ है।साल 1978 में बाढ़ आई थी, तब फ्लड लेवल 508 था। उस समय ताजमहल की दीवार पर पानी पहुंच गया था। कई गांव और यमुना किनारे बसीं कालोनियां जलमग्न हो गई थीं।आज सोमवार सुबह फिर ताजमहल की दीवार तक यमुना का पानी पहुंच गया है। ताजमहल के पास बने श्मशान घाट पर भी पानी भर गया है। इससे अंतिम संस्कार क्रिया पर भी रोक लगाई गई है।

यमुना ने खतरे के निशान को किया पार

यमुना नदी के जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।आज सुबह यमुना का जलस्तर 497.20 फीट तक पहुंच गया है। ताजमहल के पीछे बने ताजव्यू प्वाइंट पर भी यमुना का पानी पहुंच गया है।इसके बाद इसे आम पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। साथ ही ताजमहल के पीछे महताब बाग के पास में बनी ताज सुरक्षा पुलिस चौकी में भी पानी भर गया है। यमुना का पानी चौकी में पहुंचने के बाद वहां सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मी अपने-अपने सामान को लेकर पास मे बनी अस्थाई चौकी पर जा रहे हैं।

28 कॉलोनियों में बाढ़ का खतरा

स्थानीय लोगों का कहना है कि यमुना का जलस्तर आज से 13 साल पहले इतना देखा गया था,लेकिन इस बार यमुना का जलस्तर धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है,जिससे लोगों के मन में भय का माहौल बना हुआ है। स्थानीय लोगों ने कहा कि अगर इसी तरह जलस्तर बढ़ता रहा तो यमुना के पास दो दर्जन से अधिक गांव इसकी आगोश में आ जाएंगे।यमुना किनारे बनी 28 कॉलोनियों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है।लगातार बढ़ रहे यमुना के जलस्तर को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।

यमुना किनारे बसी कॉलोनियों में प्रशासन ने मुनादी करा दी है। पानी रिहायशी कॉलोनियों तक पहुंच गया है। यमुना किनारे बनी तनिष्क राजश्री अपार्टमेंट कॉलोनी में भी प्रशासन ने नोटिस चस्पा किया है और लोगों से सावधान रहने की अपील की है। यमुना के बढ़ते जलस्तर की से यमुना किनारे रहने वाले परिवारों को पलायन का डर सता रहा है। वहीं आज ओखला बैराज से 92035 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है जबकि गोकुल बैराज से 148063 क्यूसेक पानी यमुना नदी में छोड़ा गया है।

(सौ स्वराज सवेरा)