दरभंगा, 10 दिसम्बर – मखाना अनुसंधान केंद्र दरभंगा( बासुदेवपुर) में 100टा किसान सब कें, मखानक तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम संपन्न भेल।
    मखान अनुसंधान केंद्र’क अध्यक्ष डॉ. इंदु शेखर सिंह के नेतृत्व में प्रशिक्षण कार्यक्रम चलल। एहि अवसर पर आयोजित किसान प्रशिक्षण समापन समारोह में मखाना अनुसंधान केंद्र के अध्यक्ष डॉ. इंदु शेखर सिंह ने की एकटा जानकारी सब देलथिन्ह।

ओ कहलन्हि जे आजुक समयमे मखान’क खेती पोखरि सं निकलि के खेत तक पहुंच चुकल अछि। आब जाहि खेत सबमें दू सं तीन फीट तक जल-जमाव रहैत अछि, ओतय आधुनिक तरीका सं मखान’क खेती कैल जा सकैत अछि। मखान के वैल्यू ऐडेड टैक्स सं जोड़ने की बात सेहो कैल जा रहल अछि।
      आत्मा के परियोजना निदेशक पूर्णेन्दु नाथ झा एहि अवसर पर कहलनि जे मखान’क खेती के माध्यम सं किसान अपन आर्थिक स्थिति नीक क’ सकैत छथि।
मखान एकटा एहेन खाद्य उत्पाद अछि, जाहिमे पौष्टिक तत्व, कैल्शियम, एंटी ऑक्सीडेंट तत्व फाइबर केर प्रचुर मात्रा में भेट जाइत अछि, जाहिसँ ई किडनी आ ह्रदय रोग सं ग्रस्त लोक सबकें लाभ पहुंचबैत अछि संगहि ई मानसिक अवसाद के सेहो दूर करैत अछि आ पुरुषत्व के बढ़बैत अछि।
मखान के खेती में खाद आ कीटनाशक के कम सं कम प्रयोग हेबा सं ई औरों स्वास्थ्यवर्धक आ लाभकारी अछि। ताहि कारणें एकर अंतरराष्ट्रीय मांग सेहो बढ़ैत जा रहल अछि । जर्मन के ट्रेड फेयर में मखान चर्चा केर केंद्र बिंदु बनल रहल।
      दरभंगा जिला के कुशेश्वरस्थान में मखान केर खेती क’ असीम संभावना अछि। ओतुक्का किसान सबकेँ सलाह देल गेल अछि जे ओ मखान आ कांटा सं मुक्त सिंघाड़ा केर खेती क’ अपनी आर्थिक स्थिति के सेहो मजबूत क’ सकैत छथि।
     प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपनिदेशक डॉ. मौज अहमद खान, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक बृजेश कुमार, जयप्रकाश, श्रवण कुमार आ आनो कर्मी सब उपस्थित छलाह।