विभागीय निर्देश के आलोक में टीम ने बेनीपुर अस्पताल का किया निरीक्षण।
60 दिनों तक मिशन मोड में होगा कार्य।
दीदी की रसोई के माध्यम से मरीजों व उनके स्वजनों को मिलेगा भोजन।
दरभंगा. 13 सितंबर. अब जिला अस्पतालों तथा जिले में चिन्हित अन्य अस्पतालों में 24×7 यानी सातों दिन चौबीस घन्टे मरीजों के लिए चिकित्सकीय सेवा उपलब्ध होगी. इसको लेकर राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने राज्य से जिला स्तरीय पदाधिकारियों को पत्र लिख कर निर्देश दिया है. पत्र के आलोक में मंगलवार को क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक नजमुल होदा व पीएफआई के शिल्पी ने बेनीपुर के अनुमंडलीय अस्पताल का निरीक्षण किया. जिला अस्पतालों तथा चिन्हित अन्य अस्पतालों के सुदृढ़ीकरण एवं 24 घंटे स्वास्थ्य सेवाएं सुनिश्चित कराने के लिए 60 दिनों का वक्त दिया गया है.
इस दौरान मिशन मोड में सभी स्वास्थ्य अधिकारीयों को कार्य करने का निर्देश दिया गया गया है. जिला अस्पतालों में क्लीनिकल तथा अन्य सपोर्टिव सेवाओं की कमियों को चिहिन्त कर इसमें साफ़ बदलाव लाने के उद्धेश्य से मूल्यांकनकर्ताओं व मेनटर्स की टीम गठित की गई है.
क्लीनिकल सुविधाओं को किया जाएगा सुदृढ़:
अस्पतालों में सप्ताह के सातों दिन 24 घंटे की तर्ज पर आपातकालीन सेवा, मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य से संबंधित सभी सेवाएं, सर्जरी व आर्थोपेडिक विभाग के प्रमुख सर्जरी आरंभ करना तथा ओपीडी को सुचारू रूप से कार्य करना सुनिश्चित किया जाएगा. इसके अलावा डायलिसिस,रेफरल एवं एंबुलेंस, डायग्नोजेस्टिक जैसे एक्स-रे,सीटी स्कैन, आरटीपीसीआर समेत अन्य जांच की सुविधाएं और काउंसिलिंग तथा नियत समय पर दवाइयों की उपलब्धता पर विशेष ध्यान दिया जाना है.
सपोर्ट सर्विस को बेहतर करने पर होगा जोर क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक नजमुल होदा ने बताया जिला अस्पतालों में चिकित्सकीय सेवा को बेहतर करने के साथ सपोर्ट सर्विस को भी बेहतर करने पर विभाग जोर देगा. इसमें सुरक्षा दृष्टिकोण से अस्पतालों में सीसीटीवी कैमरा तथा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों के मुताबिक मरीजों व उनके स्वजनों की सुविधा के लिए वेटिंग रूम, लांड्री की व्यवस्था, पीने का पानी एवं शौचालय की व्यवस्था के अलावा अन्य रख-रखाव को सुदृ़ढ़ करना शामिल होगा.
साथ ही प्रसव कक्ष, एनएनसीयू, ओपीडी, इमरजेंसी रूम एवं एम्बुलेंस में फ़ोन कनेक्टिविटी को सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं. वहीं, पूर्व से ही स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य के सभी जिला अस्पतालों में दीदी की रसोई योजना की शुरूआत की गयी थी. अब इसे और बेहतर करते हुए इसकी गुणवत्ता सुनिश्चित करने पर बल दिया जाएगा.
गैप एस्सेमेंट कर होगा त्वरित निराकरण
चिन्हित अस्पतालों में चिकित्सकीय सेवा को सुदृढ़ करने के लिए जिला अस्पतालों का गठित टीम के द्वारा मूल्यांकन किया जाना है. इस अवधि में राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों एवं कायाकल्प चेकलिस्ट का उपयोग करते हुए जिला अस्पतालों का गैप एस्सेमेंट कर इसका त्वरित निराकरण किया जाएगा. इसके लिए प्राथमिकता के आधार पर 15 दिन, एक महीने एवं दो महीने में प्राप्त करने योग्य विस्तृत कार्ययोजना पर भी कार्य किया जाएगा.