दरभंगा जिला के केवटी प्रखण्ड अंतर्गत पिण्डारूच गाँव में अवस्थित द्रोण एकेडमी में द्रोण सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में क्षेत्रभर के नामचीन लोग शामिल हुए। कार्यक्रम की संगीतमय शुरूआत प्रसिद्ध मैथिली गायक दीपक झा के स्वरों में जय जय भैरवी के साथ हुई। फिर उदीयमान गायक सारिब अली शान ने स्वागत गान स्वागतम् स्वागतम् गाकर लोगों का मन मोह लिया।

कार्यक्रम के मंच संचालन की जिम्मेवारी प्रसिद्ध निर्देशक एवं अदाकार सागर सिंह ने संभाली। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के तौर पर अवकाशप्राप्त शिक्षक एवं विद्वान श्री शिवनाथ महाराज शामिल हुए। विशिष्ट अतिथि के तौर पर अवकाशप्राप्त न्यायाधीश श्री रूक्मिणी कान्त चौधरी, अनादि फाऊण्डेशन के संस्थापक एवं दिल्ली विश्वविद्यालय के अवकाशप्राप्त व्याख्याता श्री प्रदीप कान्त चौधरी, मणिकान्त चौधरी, तरूण चौधरी शामिल थे। द्रोण सम्मान समारोह में वरिष्ठ खिलाड़ी मो. मुन्ना खान, वरिष्ठ शिक्षक एस.एम.सैफुल होदा एवं सागर सिंह का सम्मान विभिन्न अतिथियों द्वारा पाग-चादर एवं मोमेंटो प्रदान कर किया गया।

मुख्य अतिथि शिवनाथ महाराज का सम्मान प्रदीप कान्त चौधरी द्वारा किया गया। विगत 1 महीने से चल रहे द्रोण कप-4 के अंतर्गत विभिन्न प्रतियोगिताओं में फाईनल्स में पहुँचे सभी टॉप-4 प्रतिभागियों को भी सम्मानित किया गया। बैडमिंटन प्रतियोगिता में मयंक राज, अनु कुमार, कबड्डी प्रतियोगिता में मधुबनी की टीम, क्विज प्रतियोगिता मेम प्रशान्त, आयुष, लेखन प्रतियोगिता में कमलेश, चित्रकला प्रतियोगिता में आयुष, मार्शल आर्ट प्रतियोगिता में रजनीश एवं भाषण प्रतियोगिता में अभिनव को विजेता ट्रॉफी प्रदान की गई। इस दौरान हाल ही में किक बॉक्सिंग के नेशनल चैम्पियन बने द्रोण एकेडमी के मार्शल आर्ट ट्रेनर आशुतोष कुमार को भी सम्मानित किया गया।

बेस्ट परफॉर्मर का खिताब अभिसांत चौधरी को दिया गया जिन्होंने बैडमिंटन के सभी 7 मैच टाई-ब्रेकर में खेले। द्रोण एकेडमी के निदेशक ज्ञानेश चौधरी ने बताया कि यह हमारा चौथा प्रयास था और आगामी दिनों में हमारी संस्थान लगातार इस प्रकार के कार्यक्रम को आयोजित करती रहेगी। संगीतमय कार्यक्रम के दौरान अनिल चौपाल की टीम ने साज-बाज-गायन का अद्वितीय संगम पेश किया।

कार्यक्रम के दौरान निराला महाराज ने कार्यक्रम संचालक की भूमिका निभाई। मुख्य अतिथि शिवनाथ महाराज, प्रदीप कान्त चौधरी, मणिकान्त चौधरी एवं तरूण चौधरी ने अपने सम्बोधन में द्रोण एकेडमी के प्रयासों की भूरि-भूरि सराहना की एवं शुभकामनाएँ दी। कार्यक्रम का समाप्ति सारिब अली के स्वर में जीना यहाँ-मरना यहाँ गीत के साथ हुई। इस दौरान विद्यालय से सम्बन्धित बच्चे, अभिभावक, शिक्षक, शिक्षकेतर कर्मियों के अलावा क्षेत्रभर के जाने-माने लोगों की भारी भीड़ लगी रही।