योग, दवा एवं अनुशासित जीवन शैली अपनाकर मधुमेह से छुटकारा पाया जा सकता है- डॉ एके गुप्ता

#MNN@24X7 दरभंगा. 13 नवंबर. विश्व मधुमेह दिवस के एक दिन पूर्व इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के तत्वावधान में निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर, व्याख्यानमाला एवं जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया. आइएमए अध्यक्ष डॉ सुशील कुमार और सचिव डॉ अमोद कुमार झा के नेतृत्व में वरीय चिकित्सकों के दल ने मधुमेह मरीजों का निशुल्क स्वास्थ जांच किया. वरिष्ठ नेत्र रोग विशेषज्ञ चिकित्सक डॉ मनीष महावीर ने मरीजों के आंखों का परीक्षण किया एवं उन्हें उचित सलाह और दवा दी.

हृदय रोग विशेषज्ञ एवं डायबिटोलॉजिस्ट डॉ० एके गुप्ता ने कहा कि विश्व स्तर पर मधुमेह रोगियों की संख्या में लगातार तेजी से वृद्धि हो रही है, जिस पर नियंत्रण के लिए सरकार के साथ- साथ आम लोगों को भी आगे आना जरूरी है. कहा कि आज अनुशासित जीवन शैली एवं खान- पान पर नियंत्रण एवं दैनिक दिनचर्या में व्यायाम एवं योग को शामिल कर मधुमेह पर नियंत्रण पाया जा सकता है. इसके अलावा चिकित्सीय देखरेख में दवा, योग एवं अनुशासित जीवन शैली अपनाकर मधुमेह से छुटकारा भी पाया जा सकता है.

डायबिटिज मामले में भारत दूसरे स्थान पर

अतीत, वर्तमान और भविष्य विषय पर आयोजित संगोष्ठी को संबोधित करते हुए डॉ एके गुप्ता ने कहा कि आज भारत में आठ करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित हैं, जबकि इन से चार गुना ज्यादा लोग प्रीडायबीटिक हैं. इसकी पहचान और उनका इलाज पहली प्राथमिकता होनी चाहिए.

उन्होंने कहा कि विश्व में 54 करोड़ लोग मधुमेह से पीड़ित हैं और नित्य प्रतिदिन इसकी संख्या बढ़ती ही जा रही है. वैश्विक स्तर पर हर छह में से एक व्यक्ति मधुमेह से पीड़ित है. उन्होंने कहा कि आज विश्व में मधुमेह मरीजों की संख्या में चाइना प्रथम स्थान पर है वही भारत दूसरे स्थान पर है.

मौके पर डीएमसी के प्राचार्य डॉ केएन मिश्रा, उपाधीक्षक डॉ हरिशंकर मिश्रा, डॉ आरके झा ने भी संबोधित किया. इसके पूर्व कार्यक्रम का उद्घाटन डीएमसी प्राचार्य डॉ केएन मिश्रा, डॉ एके गुप्ता, डॉ हरिशंकर मिश्रा, डॉ हरेंद्र कुमार, डॉ अमोद कुमार झा एवं डॉ सुशील कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया.