अधीक्षक व विभागाध्यक्षों ने सुपरस्पेश्लिटी अस्पताल का किया अवलोकन।
संवेदक की ओर से किये गये कार्य का किया मुआयना।
#MNN@24X7 दरभंगा।डीएमसीएच परिसर स्थित सुपरस्पेश्लिटी अस्पताल में विभिन्न विभागों को शुरू करने की कवायद तेज हो चुकी है. इसे लेकर मंगलवार को अधीक्षक डॉ एचएस मिश्रा की अगुवाई में विभिन्न विभागाध्यक्षों की टीम ने अस्पताल का जायजा लिया. विदित हो कि अस्पताल में इंस्टाल करने के लिये जरूरी उपकरण वर्षों से बेकार पड़े हुये हैं. संवेदक की ओर से स्थापित करने का दवाब अस्पताल प्रशासन को दिया जा रहा है.
इसके मद्देनजर आज वरीय चिकित्सकों की टीम ने अस्पताल का अवलोकन कर वस्तुस्थिति से अवगत हुये. बताया गया कि अस्पताल के निर्माण करने वाले एजेंसी के द्वारा अभी भी बांकी है. वहां विभाग शुरू करने व जरूरत के उपकरण इंस्टाल करने के लिये संबंधित फ्लोर पर काम पूरा करने का निर्देश दिया गया. टीम ने बताया कि अस्पताल का अधूरा काम कब पूरा होगा. इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं दी गयी.
तीन विभागों को शुरू करने की चल रही कोशिश
बता दें कि अस्पताल प्रशासन की ओर से कुछ विभागों को शुरू करने की कोशिश की जा रही है. इसमें नियोनेटोलॉजी, कार्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी आदि विभाग शामिल हैं. जानकारी के अनुसार इन विभागों को प्रारंभ करने के लिये मैनपावर की जरूरत पड़ेगी. इसमें चिकित्सक, टेक्नीशियन, वार्ड ब्वाय, तकनीकि कर्मी आदि शामिल हैं. वहीं सुरक्षा के मद्देनजर गार्ड को भी प्रतिनियुक्त किया जाना है. इसे लेकर विभाग से दिशा- निर्देश व उचित कार्रवाई करने की जरूरत पड़ेगी. उसके बाद ही विभाग को शुरू किया जा सकता है.
विभिन्न तलों पर होंगे यह विभाग
ग्राउंड फ्लोर पर डायरेक्टर ऑफिस, पीए रूम, डिप्टी मेडिकल सुपरीरेटेडेंट रूम, नर्सिंग सुपरीरेटेडेंट रूम, डिप्टी नर्सिंग सुपरीरेटेडेंट रूम, हॉस्पिटल ऑफिस फॉर सपोर्टिंग स्टाफ, रेडियोलॉजी डिपार्टमेंट होगा. वहीं प्रथम तल पर नियोनेटोलॉजी, गैस्ट्रोएनटोलजी एण्ड हेपेटोलॉजी विभाग होंगे. दूसरे तल पर नेफ्रोलॉजी, बर्न्स, प्लास्टिक एण्ड रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी, तीसरे तल पर न्यूरो सर्जरी, न्यूरोलॉजी होगा.
जबकि चौथा तल पर कार्डियोलॉजी, सीटीभीएस आउट पेशेंट डिपार्टमेंट व अंतिम पांचवें तल पर ऑपरेशन थियेटर, कैथ लैब, एनेस्थेसियोलॉजी एवं इनटेसिव केयर यूनिट कॉम्प्लेक्स होगा. इस प्रकार अस्पताल में कुल आठ विभाग होंगे. इसके अंतर्गत न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी, न्यूरो सर्जरी व नियोनेटोलॉजी, सीटीभीएस, बर्न एंड प्लास्टिक सर्जरी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, नेफ्रोलॉजी, गंभीर मरीजों का इलाज हो सकेगा. हर वार्ड में अत्याधुनिक 20 मुविंग बेड लगेंगे.