#MNN@24X7 दरभंगा। दिल्ली के विज्ञान भवन में महामना पंडित मदन मोहन मालवीय जी की जयंती के सुअवसर पर उनके सम्पूर्ण वाङ्मय का भारत देश के आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के द्वारा विमोचन किया गया।

इस कार्यक्रम में विशेष अतिथि के रूप में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सह संस्थापक महाराजा रमेश्वर सिंह के प्रपोते महाराज कुमार कपिलेश्वर सिंह दरभंगा राज परिवार और मदन मोहन मालवीय का बहुत गहरा रिश्ता था.. धार्मिक संस्था भारत धर्म महामंडल हो या फिर शैक्षणिक संस्था बनारस हिंदू विश्वविद्यालय की स्थापना, रमेश्वर सिंह और मालवीय की अटूट जोड़ी हर जगह दिखाई देती हैं.श्रीमान कुमार कपिलेश्वर सिंह जी एवं उनकी धर्मपत्नी श्रीमती कविता सिंह जी का इस अवसर पर होना दोनों परिवारों के रिश्ते क़ो पुन:जीवित करता है।

कुमार कपिलेश्वर सिंह ने कहा कि महामना का व्यक्तित्व, उनके विचारों का ओज व उनके मूल्यों गरिमा अतुलनीय थी। मालवीय जी ने सदा इस बात पर बल दिया कि शिक्षा का लक्ष्य केवल ज्ञान का संचय नहीं, बल्कि चरित्र निर्माण और सामाजिक कल्याण भी होना चाहिए।उनके आदर्शों को आधार बनाकर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में वर्तमान सरकार, विविध क्षेत्रों में युवाओं को सशक्त बनाने का संकल्प लेकर अनवरत कार्य कर रही है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कर कमलों से मालवीय मिशन व MIB_India के प्रकाशन विभाग द्वारा पंडित मदनमोहन मालवीय संपूर्ण वाङ्गमय का लोकार्पण महामना जी को कृतज्ञ राष्ट्र की ओर से सच्ची श्रद्धांजलि है।

श्री सिंह ने कहा कि ये संपूर्ण वाङ्गमय महामना के विचारों, उनके आदर्शों, सामाजिक जीवन के दायित्वों के निर्वहन में व्यक्ति विशेष की भूमिका को और उनके जीवन से आने वाली पीढ़ियों परिचित कराने का सशक्त माध्यम बनेगा।

पंडित मदन मोहन मालवीय के संपूर्ण जीवन की कृति के संकलन में अहम योगदान निभाने के लिए केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कपिलेश्वर सिंह क़ो सम्मानित किया. इस कार्यक्रम मे युवा एव खेल मंत्री अनुराग सिंह ठाकुर और भारत देश भर के आए कई राज परिवार के सदस्यो के साथ इस अवसर पर मैजूद थे.