बेटी बचाओ की मोदी सरकार में बेटियां ही रही निशाने पर- बंदना सिंह।

50 से अधिक महिलाओं को ऐपवा का सदस्य बनाया गया।

#MNN@24X7 ताजपुर/समस्तीपुर, 13 सितंबर, न्याय और बराबरी के नारे को केंद्र कर 30 सितंबर से अखिल भारतीय प्रगतिशील महिला ऐसोसिएशन (ऐपवा) दिल्ली राष्ट्रीय सम्मेलन की सफलता दिलाने को लेकर बुधवार को महिलाओं की बैठक शाहपुर बघौनी के फाजिलपुर मदरसा के पास आयोजित की गई।

बैठक की अध्यक्षता शहनाज बानो ने की। चांद खातून, वहीदा खातुन, फरहत प्रवीन, नुजहत प्रवीन, ताहिरा खातुन, हसीना खातुन, रुखसार प्रवीन, अस्मत आरा, तब्सुम प्रवीन आदि ने बैठक में अपने-अपने विचार व्यक्त किया।

बतौर अतिथि बैठक में उपस्थित महिलाओं को संबोधित करते हुए ऐपवा जिला अध्यक्ष बंदना सिंह ने कहा कि देश के ईतिहास में सांप्रदायिक राजनीति का सबसे खौफनाक समय कहा जा सकता है जब महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़क भाजपा सांसद बृजभूषण शरण सिंह के बचाव में भाजपा खड़ी है।, मणिपुर में कुकी जाति की दो महिलाओं पुलिस की मौजूदगी में निर्वस्त्र कर घुमाया गया और एक महिलाओं का सामूहिक सामूहिक ब्लातकार किया गया। बिलकीस बानों के ब्लातकारियों को संस्कारी बताकर रिहा किया गया। हिजाब के नाम पर मुस्लिम छात्राओं को स्कूल छोड़ने के लिए बाध्य करने, लव जिहाद का झूठा प्रचार करने, तीन तालाक कानून में मुस्लिम युवकों को जेल भेजने का प्रावधान जैसे न जाने कितनी कारबाईयों पर कानूनी और संवैधानिक जामा पहनाया जाने लगा है। हम यह भी जानते हैं कि मनुस्मृति को मानने वाले ये लोग विवाह, तालाक, उतराधिकार आदि कानूनों में लैंगिक समानता और अपनी विचारधारा के नाते महिला बराबरी के धोर विरोधी हैं।

इतना ही नहीं महिलाओं से संबंधित योजनाओं में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार एवं अनियमितता व्याप्त है। महंगाई, गरीबी, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी तेजी से बढ़ रही है। हमें 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा सरकार को सत्ता से हर हाल में पदच्युत करने की तैयारी में गाँव, टोले, मुहल्ले आदि में भाजपा हटाओ- देश बचाओ अभियान चलाना चाहिए। मौके पर 50 से अधिक महिलाओं को ऐपवा का सदस्य बनाकर राष्ट्रीय सम्मेलन को तन-मन-धन से सफल बनाने का अपील किया गया।