मुख्य वक्ता के रूप में सक्षम के प्रांतीय अध्यक्ष चन्द्रभूषण ने सक्षम- स्थापना की पृष्ठभूमि, उद्देश्य एवं क्रियाकलापों की दी जानकारी।

#MNN@24X7 समदृष्टि क्षमता विकास एवं अनुसंधान मंडल अर्थात् ‘सक्षम’ की दरभंगा इकाई का जिला अधिवेशन कमतौल के निकट स्थित मस्सा गांव में आयोजित किया गया। सक्षम के प्रांतीय अध्यक्ष चन्द्रभूषण पाठक ने मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए सक्षम की स्थापना की पृष्ठभूमि, उद्देश्य एवं क्रियाकलाप आदि की विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने सक्षम संगठन की मजबूती एवं विस्तार पर चर्चा करते हुए कहा कि विगत 14 वर्षों से सक्षम ने समाज में दिव्यांगों के कल्याण के लिए संवेदनशीलता से कार्य कर रहा है।

विशिष्ट वक्ता के रूप में स्नातकोत्तर संस्कृत विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के प्राध्यापक सह सक्षम के दरभंगा जिला संरक्षक डा आर एन चौरसिया ने सक्षम के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि नेत्रदान सहित सभी उपयोग में आने वाले अंगों का दान करने हेतु लोग अधिक से अधिक आगे आएं, क्योंकि मृत्यु के बाद हमारा शरीर या तो जलकर खाक हो जाता है या जमीन में दफन हो जाता है। इसलिए क्यों न हम जरूरतमंदों को अपना अंगदान कर मरणोपरांत भी जिंदा रहने का एक प्रत्यक्ष प्रमाण दें जो दूसरों को जीवनदान देने के सदृश्य ही होगा। उन्होंने अधिक से अधिक लोगों को नेत्रदान सहित अन्य उपयोग में आने वाले अंगदान संबंधी संकल्प फॉर्म भर कर सक्षम के पदाधिकारियों या कार्यकर्ताओं को देने की सूचना देने का आग्रह किया।

सक्षम के दरभंगा जिला इकाई के सह संयोजक आशुतोष ने दिव्यांगों के स्वरोजगार को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य सरकार द्वारा चलाए जा रहे विभिन्न योजनाओं की विस्तार से चर्चा करते हुए इच्छुक दिव्यांगों से प्रधानमंत्री रोजगार सृजन योजना के 62 फार्म भी भरवाए।

वहीं सुरेश एवं आलम ने सक्षम का दृष्टिकोण एवं परिकल्पना का वाचन किया। तदोपरांत उत्तर बिहार प्रांत के सक्षम – उपाध्यक्ष तथा एसबीएसएस कॉलेज, बेगूसराय के इतिहास विभागाध्यक्ष डा सुरेन्द्र कुमार शर्मा के असामयिक निधन पर 2 मिनट का मौन रखा गया।सदस्यों ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए सक्षम की क्रियाशीलता में उनके योगदान को भी रेखांकित किया।

जिला अधिवेशन का प्रारंभ सक्षम- कार्यकर्ता चंदन के अधिवेशन- गीत एवं उद्घोषणा से हुआ, जबकि समापन राष्ट्रगान- जन गण मन… से हुआ।