#MNN@24X7 गोरखपुर।उत्तर प्रदेश के गोरखपुर की टेराकोटा मूर्तियों की विश्व स्तर पर पहचान बन चुकी है।जिले के वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट में शामिल टेराकोटा उत्पाद अब दीपावली में धूम मचाने के लिए तैयार है।टेराकोटा की बनी गणेश-लक्ष्मी की मूर्तियां और दियों की गुजरात,महाराष्ट्र,केरल सहित देश के कई राज्यों में मांग बढ़ी है।कई आर्डर बुक हो चुके हैं और कई अभी लाइन में हैं।दीपावली पर टेराकोटा उत्पादों की मांग बढ़ने से शिल्पकारों में खुशी की लहर है।
आपको बता दें कि जैसे-जैसे दीपावली का महापर्व नजदीक आ रहा है। वैसे-वैसे टेराकोटा मूर्तियों की मांग बढ़ती जा रही है। इस हस्तशिल्प की सुदंरता सभी को अच्छी लग रही है। केरल,महाराष्ट्र,गुजरात,तेलंगाना सहित भारत के कई अन्य राज्यों में इसकी मांग बढ़ी है।शिल्पकार मांग के मुताबिक मूर्तियां तैयार कर रहे हैं।विशेष प्रकार के दियों की मांग ज्यादा है।खासकर लक्ष्मी गणेश की प्रतिमा के साथ जुड़े हुए दियों की मांग ज्यादा है।इसके साथ ही स्टैण्ड दिया और कलश दिया की भी मांग ज्यादा है।
औरंगाबाद के शिल्पकार मनोज बताते हैं कि इन दिनों टेराकोटा मूर्तियों और दियों की मांग बढ़ गयी है।दीपावली पर इनकी बहुत मांग है।देश के कई राज्यों के व्यापारी आर्डर दे रहे हैं।मांग इतनी अधिक है कि उतना सप्लाई देना संभव नहीं हो पा रहा है।इसलिए बहुत सारे आर्डर लौटाने पड़ रहे हैं।हम सभी शिल्पकार इन आर्डर को पूरा करने के लिए दिन-रात कार्य कर रहे हैं।
टेराकोटा गोरखपुर के औरंगाबाद से निकली एक लोकप्रिय हस्तशिल्प कला है।जिसकी आज दुनिया में मांग है।यह चीनी मिट्टी से निर्मित एक शिल्पकला है।जिससे निर्मित उत्पादों की मांग बढ़ी है।यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है।
(सौ स्वराज सवेरा)