#MNN@24X7 मैनपुरी, उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के किशनी थाना क्षेत्र में शनिवार सुबह दिल को झकझोर देने वाली घटना हुई। यहां बड़े भाई ने दो छोटे भाइयों, नवविवाहित बहू, भाई के दोस्त सहित पांच लोगों की फरसे से काट कर मौत के घाट उतार दिया।इसके बाद पत्नी और मामी पर भी हमला किया,लेकिन दोनों किसी तरह बच गईं।हत्या करने के बाद गोली मारकर अपनी जान दे दी।

किशनी थाना क्षेत्र के गोकुलपुरा अरसारा गांव में हुए हत्याकांड में जान गंवाने वालों में इटावा जिले के चौबिया थाना क्षेत्र के गंगापुरा गांव की एक बेटी भी शामिल है।गुरुवार को परिजनों ने बड़े अरमानों के साथ बेटी को विदा किया था।बेटी की हत्या से परिजन बहुत आहत हैं।शादी के 24 घंटे के अंदर गांव में मातम छा गया।

चौबिया थाना क्षेत्र के गंगापुरा गांव के वेदराम चार बेटियों 18 वर्षीय सोनी,16 वर्षीय अंजली,14 वर्षीय खुशबू,13 वर्षीय खुशी और 7 वर्षीय बेटे यश के लालन-पोषण के लिए राजस्थान के खुसखेरा की एक फैक्टरी में चार साल से नौकरी कर रहा था।बड़ी बेटी सोनी की शादी वेदराम ने मैनपुरी में किशनी थाना क्षेत्र के गोकुलपुरा अरसारा गांव के सोनू के साथ तय की थी। 22 जून को शादी की तारीख तय होने बाद वेदराम लगभग एक महीने पहले छुट्टी लेकर घर आ गया था। यहां धूमधाम से घर की पहली शादी की तैयारियां की गईं।

बड़ों के साथ ही छोटे भाई बहन भी खुश थे। 22 को बरात का धूमधाम से स्वागत और सत्कार किया गया। शादी में आए लोगों ने नवदंपती को आशीर्वाद दिया। 23 जून की सुबह अरमानों के साथ पूरे परिवार ने बेटी को विदा किया,लेकिन किसे पता था कि बेटी ससुराल में 24 घंटे भी हंसी खुशी नहीं बिता पाएगी।रात में शादी की थकान मिटाने के लिए सोए परिजन जब उठे तो बेटी समेत पूरे परिवार की हत्या की खबर ने पैरों तले से जमीन खिसका दी।घर के आंगन से बेटी का मंडप भी नहीं उठ पाया था कि बेटी की अर्थी उठ गई।हत्या की खबर से घर ही नहीं पूरे गांव में मातम सा छा गया।सभी रोते-बिलखते मैनपुरी गए।

वेदराम के पड़ोसी सनी बताते हैं कि वेदराम उनके परिवार के ही रिश्ते में चाचा लगते हैं।सनी ने बताया कि विदाई के बाद सभी ने काम निपटवाया। अभी भी कुछ काम रह गया था। रात लगभग 12 बजे चाची सोनी की मां सुषमा ने उससे बात की थी। उसने ससुराल में सबकुछ ठीक होने की बात कही। इस पर सभी संतुष्ट होकर सो गए थे।वेदराम के पड़ोसी मनोज, श्रीकृष्ण ने बताया कि जेठ शिववीर व्यवहार में शांत लग रहा था। उसने सभी बड़े-बुजुर्गों को सम्मान भी दिया था, लेकिन जयमाल के बाद आधी रात के बाद से वह नजर नहीं आया था।

जान गंवाने वाले दूल्हे के चार मामा श्रीचन्द्र पुजारी, रामवीर, विनोद और अशोक भरथना के गांव नगला रामलाल में रहते हैं। शादी में सभी शामिल होने के लिए 21 को आए थे। हत्याकांड के समय मामी सुषमा देवी (36) पत्नी विनोद कुमार वहीं पर थीं। उन पर भी हमला हुआ है। उन्हें गंभीर हालत में आगरा के लिए रेफर किया गया है। घटना के बाद इस गांव में सन्नाटा पसरा है। सूचना के बाद सभी लोग मैनपुरी और आगरा के लिए निकल गए।

विनोद के पुत्र प्रियांशु ने बताया कि वह माता-पिता के साथ 21 जून को शादी में शामिल होने गया था। शादी के बाद पिता विनोद के साथ शुक्रवार की शाम घर आ गया था। घटना सुनकर शनिवार की सुबह पिता व अन्य परिजन किशनी चले गए। घटना में मां के हाथ व सिर में चोटें आई है। उन्हें इलाज के लिए आगरा ले जाया गया है।

बता दें कि राजस्थान की जिस कंपनी में वेदराम नौकरी करते थे।उसी कंपनी में सोनू कैशियर था।दोनों के संबंध बहुत अच्छे थे। आसपास गांव होने के कारण वेदराम ने रिश्ते की बात चलाई और सोनू मान गया। घर परिवार में बात करने के बाद वेदराम ने अपनी बेटी की शादी सोनू से कराई थी।

(सौ स्वराज सवेरा)