#MNN@24X7 दरभंगा। आज बी.एड.(नियमित) के सत्र 2022-24 में नामांकित छात्र/छात्राओं के दीक्षारम्भ कार्यक्रम में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति प्रो. सुरेन्द्र प्रताप सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में अभिभाषण के दौरान उक्त बात कही।

कुलपति ने कहा कि यह बिहार की धरती है जहाँ चाणक्य जैसे शिक्षक ने एक साम्राज्य को ध्वस्त कर नए साम्राज्य की स्थापना में मदद की। बिहार चिंतकों/दार्शनिकों की भूमि रही है, आप संकल्पित हो समाज में परिवर्तन ला सकते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि शिक्षक को हमेशा अपने छात्रों से सत्य बोलना चाहिए और सत्य का मार्ग दिखाना चाहिए। एक दोहा का उद्धरण देते हुए कहा कि यदि शिक्षक अपने छात्र से झूठ बोलेगा या गलत सलाह देगा तो उस छात्र का विनाश निश्चित है। इस रूप में आपकी भूमिका एवं जिम्मेदारी महती होने वाली है।

दीक्षारम्भ कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। इसके बाद बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्राओं ने सरस्वती वंदना एवं स्वागत गान प्रस्तुत किया। बी.एड.(नियमित) के विभागाध्यक्ष डॉ. अरविन्द कुमार मिलन ने अतिथियों का स्वागत पुस्तकें प्रदान कर की।

इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि कुलसचिव प्रो. मुश्ताक़ अहमद ने कहा कि प्रदेश में ही नहीं बल्कि देश में भी प्रशिक्षित शिक्षकों की कमी है। आपके लिए सौभाग्य की बात है कि आपने ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के बी.एड. (नियमित) में नामांकन लिया है। दीक्षारम्भ के साथ ही आप अर्हता परीक्षा जैसे सी.टी.ई.टी./राज्य टी.ई.टी. की तैय्यारी में लग जाएँ ताकि बी.एड. की डिग्री हासिल करते ही शिक्षक बन सकें।

दूरस्थ शिक्षा निदेशालय के निदेशक प्रो. अशोक कुमार मेहता ने कहा कि संस्थान में आपने अध्ययन के लिए नामांकन लिया है। विश्वविद्यालय के केंद्र में स्थित होने के कारण यहाँ की सकारात्मक नकारात्मक गतिविधियों में शामिल होने का मौका होता है। आपको कोशिश करनी है कि सकारात्मक गतिविधियों में भाग लें एवं अच्छे शिक्षक बनें।

अपने स्वागत भाषण में विभागाध्यक्ष डॉ. अरविन्द कुमार मिलन ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि यह विभाग वर्ग सञ्चालन एवं उचित प्रशिक्षण एवं दिशा-निर्देशन के लिए राज्य भर में प्रसिद्ध है। दो वर्ष आपका आनंदमय अधिगम में बीतेगा ऐसा मैं आश्वासन देता हूँ।

मंच का सञ्चालन एवं धन्यवाद ज्ञापन डॉ. निधि वत्स ने किया। इस अवसर पर डॉ. शुभ्रा, डॉ. कुमारी स्वर्णरेखा, डॉ. मिर्ज़ा रूहुल्लाह बेग, उदय कुमार, कुमार सत्यम, गोविन्द कुमार, डॉ. जय शंकर सिंह, डॉ. रेशमा तबस्सुम, किरण कुमारी, सुनील कुमार गुप्ता, राजू कुमार, सुभागलाल दास एवं शिक्षकेत्तर कर्मी तथा बी.एड. द्वितीय वर्ष की छात्र/छात्राएं उपस्थित थे।