#MNN@24X7 बरेली, नए संसद भवन का 28 मई को उद्घाटन होने जा रहा है। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच बयानों का बवाल मचा हुआ है। उन्नीस विपक्षी दलों ने इस उद्घाटन समारोह का बायकॉट कर दिया है।इसी बीच उतर प्रदेश के बरेली में ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना मुफ्ती शहाबुद्दीन रजवी बरेलवी ने मोदी सरकार के सपोर्ट में बयान दिया है।मौलाना ने कहा कि नई पार्लियामेंट की बिल्डिंग का उद्घाटन करने का प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हक है।पार्लियामेंट की नई बिल्डिंग का उद्घाटन 29 मई को होना है।इस बिल्डिंग का पीएम मोदी के हाथों उद्घाटन होना है,जिसे लेकर पूरे देश में सियासी तनातनी शुरू हो गई है।बहुत से नेताओं ने कार्यक्रम का बॉयकाट करने का फैसला लिया है।
मौलाना ने कहा कि हम सभी ने देखा है कि केन्द्र सरकार के नेतृत्व में ये नई पार्लियामेंट की बिल्डिंग बन कर तैयार हुई और जब ये बिल्डिंग बनी तो खुद प्रधानमंत्री भी इसके बनने में काफी इंटरेस्ट लेते हुए दिखाई दे रहे थे। उनके ही नेतृत्व में यह नई पार्लियामेंट बिल्डिंग बनकर तैयार हुई है। ऐसे में प्रधानमंत्री का ही हक बनता है कि वो इसका उद्घाटन करें।
मौलाना ने पीएम के पार्लियामेंट बिल्डिंग का उद्घाटन करने का विरोध करने वाले लोगों पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर नई बिल्डिंग का उद्घाटन भारत के प्रधानमंत्री से नहीं कराया जाए तो क्या पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से कराया जाए।मौलाना ने कहा कि उन लोगों को शर्म आनी चाहिए जो इस बात का विरोध कर रहे हैं।मैं पार्लियामेंट के तमाम मुस्लिम सदस्यों से अपील करता हूं कि नए संसद भवन के उदघाटन कार्यक्रम में जरूर शिरकत करें।
मौलाना ने एआईएमआई प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी पर निशाना साधते हुए कहा कि इनके बहकावे में न आएं। तय तारीख पर प्रोग्राम में भाग लेकर भारत को मिलने वाली सौगात को अपनी आंखों से देखकर इस पल के ऐतिहासिक गवाह बने।
(सौ स्वराज सवेरा)