आम लोगों को सम्मान देने सरकारी मोबाइल फोन रिसीव करने अंचल भू-माफिया गठजोड़ पर रोक लगाने, दाखिल खारिज LPC अन्य प्रमाण पत्र समय पर निर्गत करने दपर्चाधारियों का दखल कब्जा तथा शिकायत पत्र पर 15 दिन के अंदर निष्पादन कर शिकायत कर्ता को अवगत करने सहित अन्य मांगें है शामिल। – भूषण सिंह।
#MNN@24X7 जयनगर 24 जुलाई, जयनगर नव पदस्थापित अंचलाधिकारी अभिनव राज को पदस्थापना के लिए शुभकामनायें देते हुए भूषण सिंह प्रखंड सचिव भाकपा माले जयनगर ने अंचलाधिकारी जयनगर को सात सूत्री मांग पत्र समर्पित आवेदन में उन्होंने जन शिकायत के आलोक में कहा है की जयनगर अंचल के अंतर्गत आम लोगों का अंचल से जुड़े जाति-आय-आवासीय –ओबीसी और परिवारिक सूची प्रमाण-पत्र के साथ- साथ दाखिल खारिज, एलपीसी, परिमार्जन, भूमि की मापी और चिर्कुट के तहत अन्य रिपोर्ट उपलब्ध कराने और प्रचाधारियो को भूमि पर दखल कब्जा जैसी अन्य समस्याएं चरम सीमा पर रहा है। तथा अंचल के सहयोग से भू- माफिया के द्वारा कमजोर व्यक्तियों के भूमि पर। जबरन अवैध कब्जा कराने का सिलसिला रहने के कारण भूमि विवाद में वृद्धि रहा है और अंचल कार्यालय के प्रति लोगो में आक्रोस है। और जनविरोधी तथा कर्तव्यहीन व्यवहार के कारण अंचल कलंकित रहा है।
इसे देखते हुए निम्नलिखित मांग किया गया जनता-जनप्रतिधियों और समाजिक एवं राजनितिक कार्यकर्ताओं के सुझाव और फरियाद पर गम्भीरता से विचार करने और सम्मानजनक व्यवहार करने, जाति –आय- आवासीय –ओबीसी –परिवारिक सूचि प्रमाण-पत्र तथा दाखिल ख़ारिज, एलपीसी, परिमार्जन, भूमि की नापी और नापी की रिपोर्ट विना किसी परेशानी व दोहन के समय –सीमा के अंदर कार्य का निष्पादन करने और सरकारी मोबाईल पर संपर्क करने पर रिसीव करने, आम जनता के द्वारा किसी प्रकार के शिकायत पत्र पर 15 दिन के अंदर निष्पादन कर शिकायत कर्ता को लिखित रूप से अवगत कराने, भूमि विवाद पर नियंत्रण हेतु भूमि चोर तथा भू- माफियों और अंचल गठजोड़ पर रोक लगाने,वर्षो पूर्व भूमिहीन परिवारों को दिए गये भूमि की पर्चा के अधार पर दखल कब्जा दिलाने,गरीब भूमिहीन परिवारों को उजाड़ने से पहले रैन बसेरा योजना के तहत बसाने,भाड़े के मकान में, सड़क किनारे, नहर-बांध और पोखर भिंडा सहित अन्य जगहों पर गुजर बसर कर रहे भूमिहीन परिवारों को पांच-पांच डिसमिल भूमि मुहैया कराने की आवेदन के माध्यम से मांग किया गया। अंचलाधिकारी जयनगर को मांग पत्र समर्पित करते समय माले प्रखंड कमिटी सदस्य मुस्तफा और तस्लीम मौजूद थे।