दरभंगा<।strong> प्रत्येक वर्ष महात्मा गांधी की पुण्यतिथि 30 जनवरी को विश्व कुष्ठ दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस दिवस की पूर्व संध्या पर दिनांक 29 जनवरी 2022 को राजकीय महारानी रमेश्वरी भारतीय चिकित्सा विज्ञान संस्थान ,मोहनपुर दरभंगा में निशुल्क जांच एवं कुष्ठ रोग के कारण एवं निवारण के प्रति जागरूकता शिविर का आयोजन किया जाएगा।

प्राचार्य प्रोफेसर दिनेश्वर प्रसाद ने यह बताया कि कुष्ठ रोग के प्रति समाज में फैली भ्रांतियों, कलंक एवं भेदभाव के प्रति लोगों को जागरूक किया जाएगा‌। कुष्ठ रोग इलाज योग्य है और जल्द ही पता लगने से विकलांगता एवं बीमारी के प्रसार को रोका जा सकता है। कुष्ठ रोग दुनिया की सबसे पुरानी दर्ज बीमारियों में से एक है। आयुर्वेद के अनुसार विरुद्ध आहार का सेवन करने से कुष्ठ रोग की उत्पत्ति होती है ।जो मनुष्य शीत भोज्यपदार्थ सेवन के तुरंत ही बाद गर्म पदार्थ का सेवन करता है अर्थात भोज्य पदार्थों का बिना क्रम एवं नियम के सेवन करता है ।मधु, राब, मछली, बड़हल, मुली और मकोई को अधिक मात्रा में लगातार सेवन करता है। दूध के साथ रोहू मछली का सेवन करता है। दही, मट्ठा, कुलथी, उड़द और तीसी को अधिक मात्रा में खा कर आग, तीव्र धूप सेवन का सेवन करता है। वह परिश्रम एवं धूप से संतप्त होकर सहसा शीतल जल से स्नान करता है, वमन के वेग को रोकता है और तेल घी का अधिक प्रयोग करता है। उपरोक्त कारणों को सेवन करने से हमारे शरीर में तीनों दोष कुपित होकर कुष्ठ रोग उत्पन्न करते हैं ।मिथिलांचल में दही और मछली का सेवन मुख्य भोजन के रूप में किया जाता है। इन दोनों का सेवन विधि पूर्वक नहीं करने से कुष्ठ रोग होने की संभावना बढ़ जाती है। वर्तमान समय में सोराइसिस , सिध्म आदि चर्म रोग तेजी से बढ़ रहा है। इसका पूर्णतः इलाज आयुर्वेद में सम्भव है।आयुर्वेद में वर्णित कुष्ठ रोग के कारण एवं निवारण पर आमजन के बीच जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। साथ ही साथ रोगीयों का ईलाज पंचकर्म के माध्यम से किया जायेगा। वसंत ऋतु में वमन कर्म के माध्यम से कफज कुष्ठ के इलाज सफलता पूर्वक किया जाता है।

आयुर्वेद में वर्णित दिनचर्या, ऋतुचर्या एवं भोजन विधि का सेवन करने से कुष्ठ रोग से बचाव किया जा सकता है।

प्राचार्य ने यह जानकारी दी की महाविद्यालय के संस्थापकों ने कुष्ठ रोग उन्मूलन को मुख्य रूप से ध्यान में रखकर इस महाविद्यालय की स्थापना की थी।संस्थापकों के उद्देश्यों को धरातल पर फलीभूत करने हेतु इस कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है।