पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह को बड़ा झटका दिया है. आरसीपी सिंह का राज्यसभा का टिकट काटने के बाद अब उनका सरकारी आवास खाली करा दिया गया है. आरसीपी सिंह का फ्लैट मुख्य सचिव आमिर सुबहानी को अलॉट किया गया है. पटना के 7 स्टैंड रोड पर आरसीपी सिंह का बंगला था. वह कई सालों से इस बंगले में रह रहे थे. हालांकि अब उन्हें यह बंगला खाली करना पड़ेगा. इससे जदयू ने केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह का राज्यसभा का टिकट काटने के बाद प्रकोष्ठों को लेकर उनकी मांग को खारिज कर दिया था.
दरअसल नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल यूनाइटेड ने इस बार आरसीपी सिंह को टिकट न देकर खीरू महतो को राज्यसभा भेजा है. ऐसे में कयास लगाए जा रहे थे कि आरसीपी सिंह अपने पद से इस्तीफा दे सकते हैं. आरसीपी सिंह का राज्यसभा में बतौर सांसद कार्यकाल 6 जुलाई को खत्म हो रहा है. बिना सांसद रहे कोई भी व्यक्ति अधिक से अधिक 6 महीने तक ही मंत्री रह सकता है. इस्तीफे पर आरसीपी सिंह ने कहा कि किस को मंत्रिमंडल में रखना है और किसे बाहर करना है ये प्रधानमंत्री का विशेषाधिकार होता है. हम उनके पास जाएंगे और पूछेंगे कि सर मेरे लिए क्या आदेश है?.
बता दें कि टिकट कटने के बाद आरसीपी सिंह ने जेडीयू के शीर्ष नेतृत्व से मांग की थी कि उनके समय के बनाए गए उन प्रकोष्ठों को फिर से बहाल कर दिया जाए, जो फिलहाल भंग हैं. साथ ही उन्होंने यह भी कहा था कि और नए प्रकोष्ठ भी बनाए जाएं. जिस पर उमेश कुशवाहा ने साफ कह दिया है कि आरसीपी सिंह की इस मांग को जेडीयू कतई नहीं मानने वाली है. उन्होंने कहा है कि ज्यादा प्रकोष्ठ बनाए जाने से पार्टी को कितना नुक़सान हो रहा था. जदयू प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने कहा कि पार्टी को सशक्त और प्रभावी बनाने के लिए प्रकोष्ठों को प्रभावी स्वरूप प्रदान किया गया है और इसीलिए प्रकोष्ठों की संख्या कम की गई है.
10 Jun 2022
