महान कर्मयोगी, ज्ञानपुंज, तपस्वी एवं साधक विवेकानंद को भारत के निर्माता के रूप में कभी भुलाया नहीं जा सकता- सांसद।
अति प्रभावशाली, राष्ट्रभक्त एवं आदर्शतम व्यक्तित्व के धनी स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणास्रोत- प्रो बीबीएल दास।
विवेकानंद जीवन भर अपने विचारों एवं दर्शनों से आमलोगों को प्रभावित करते हुए पूरे विश्व का मार्गदर्शन किया- अध्यक्ष प्रो गुप्ता।
स्वामी विवेकानन्द सामाजिक परिवर्तन, भारतीय नवजागरण तथा आध्यात्मिक चेतना के प्रेरणा स्रोत- डा चौरसिया।
1972 ईस्वी में स्थापित नेहरु युवा केन्द्र युवाओं को जमीनी तौर पर संगठित करता है- ट्रैफिक डीएसपी देवेश।
#MNN@24X7 दरभंगा, नेहरु युवा केन्द्र, दरभंगा तथा स्नातकोत्तर वाणिज्य एवं व्यवसाय प्रबंधन विभाग, ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय, दरभंगा के संयुक्त तत्वावधान में “राष्ट्रीय युवा दिवस” के अवसर पर विभागीय प्रबंधन भवन में युवा दिवस समारोह का आयोजन किया गया। वाणिज्य विभागाध्यक्ष प्रो डी पी गुप्ता की अध्यक्षता में आयोजित समारोह का दीप प्रज्वलित कर दरभंगा के सांसद डॉ गोपाल जी ठाकुर ने उद्घाटन किया।
इस अवसर पर सम्मानित अतिथि के रूप में वाणिज्य के पूर्व संकायाध्यक्ष प्रो बीबीएल दास, विशिष्ट अतिथि के रूप में दरभंगा ट्रैफिक के डीएसपी देवेश मिश्रा तथा मुख्य वक्ता के रूप में संस्कृत- प्राध्यापक डा आर एन चौरसिया, डा दिवाकर झा, श्याम कुमार, पूजा कुमारी, उपासना, संगीता, प्रशांत, रिया, तेजस्विनी तथा संजीव सहित 100 से अधिक व्यक्ति उपस्थित थे।
अपने संबोधन में सांसद डा गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि विवेकानंद महान कर्मयोगी, ज्ञानपुंज, तपस्वी एवं साधक थे, जिन्हें भारत के निर्माता के रूप में कभी भी भुलाया नहीं जा सकता है। वे बड़े दार्शनिक एवं दूरदर्शी महापुरुष थे, जिन्होंने भारतीय सनातन धर्म को विश्व स्तर पर पुनर्प्रतिष्ठित किया था।
सम्मानित अतिथि प्रो बीबीएल ने कहा कि अति प्रतिभाशाली एवं आदर्शतम युवा के रूप में स्वामी विवेकानंद युवाओं के प्रेरणास्रोत हैं। उनकी वाणी एवं कार्य हमारे आदर्श हैं।
उन्होंने दूसरों के जीवन में आनंद प्रदान कर अपना नाम सार्थक किया। वे भारतीय दर्शन एवं संस्कृति के उच्च रूप से लोगों को अवगत कराया। विशिष्ट अतिथि देवेश मिश्रा ने कहा कि 1972 में स्थापित नेहरु युवा केन्द्र राष्ट्रनिर्माण के लिए युवाओं को जमीनी तौर पर संगठित करता है। उन्होंने ट्रैफिक नियमों को बताते हुए उसके प्रति संवेदनशील रहने तथा सड़क पर दुर्घटनाग्रस्त व्यक्ति को अस्पताल पहुंचने की अपील की। साथ ही युवाओं को सड़क दुर्घटनाओं के प्रति सावधान किया तथा उन्हें नियमों को स्वत: अपनाने की जरुरत बताई।
मुख्य वक्ता डा आर एन चौरसिया ने कहा कि स्वामी विवेकानंद सामाजिक परिवर्तन, भारतीय नवजागरण तथा उच्चतम आध्यात्मिक चेतना के प्रेरणास्रोत हैं। स्वामी जी राष्ट्रभक्त, आत्मविश्वासी तथा युगदृष्टा महापुरुष थे। वे दरिद्र नारायण की सेवा को सच्ची उपासना एवं ईश्वरसेवा मानते थे। उनका जीवनदर्शन तथा आदर्शरूप युवाओं के चरित्र- निर्माण एवं राष्ट्र के पुनर्निर्माण का पथप्रदर्शन रहा है। वे पूरे भारतवर्ष में भ्रमण कर पाया कि धर्म ही भारत का वास्तविक धन एवं शक्ति है।
अध्यक्षीय संबोधन में प्रो डीपी गुप्ता ने कहा कि विवेकानंद जीवन भर अपने विचारों एवं दर्शनों से आमलोगों को प्रभावित करते हुए पूरे विश्व का मार्गदर्शन किया। उनमें नेतृत्व की उच्च क्षमता तथा देशवासियों के कल्याण की भावना निहित थी। आज हमें उनके विचारों तथा सपनों को साकार करने का संकल्प लेना चाहिए। इस अवसर पर सुधांशु कुमार रवि तथा अमन कुमार मिश्रा आदि ने भी विचार व्यक्त किये।
अतिथियों का स्वागत करते हुए कार्यक्रम- संयोजक मुकेश कुमार झा ने बताया कि सभी प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण पत्र दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि चालू युवा सप्ताह के दौरान नेहरु युवा केन्द्र, दरभंगा द्वारा यातायात- जागरूकता कार्यक्रम चलाया जाएगा। आगत अतिथियों का स्वागत पाग, चादर तथा मोमेंट से किया गया। सुधानंदन झा के संचालन में आयोजित समारोह में धन्यवाद ज्ञापन कुणाल गुप्ता ने किया।