#MNN@24X7 दरभंगा, सीएम साइंस कॉलेज में रसायन शास्त्र के सहायक प्राध्यापक डॉ विश्व दीपक त्रिपाठी की पर्यावरण स्थिरता विषय पर एक महत्वपूर्ण पुस्तक ‘इंट्रोडक्शन टू एनवायरनमेंटल सस्टेनेबिलिटी’ प्रकाशित हुई है।
जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि आज के बदलते परिप्रेक्ष्य के नजरिए से पर्यावरण शिक्षा उच्च शिक्षा का एक आवश्यक अंग हो गया है, जिस कारण नए शिक्षा पद्धति में सभी विषय के छात्रों के लिए पर्यावरण अध्ययन एक अनिवार्य विषय के रूप में सम्मिलित किया गया है। ऐसे में यह पुस्तक ना सिर्फ छात्रों के सिलेबस को पूरा करने में मददगार होगी, बल्कि छात्रों में पर्यावरण स्थिरता को लेकर एक स्वतंत्र चिंतन जागृत करेगी। उन्होंने बताया कि इस पुस्तक में 5 पाठों को सम्मिलित किया गया है, जो सीबीसीएस सिलेबस पैटर्न में दिए गए एआईसीसी कोर्स को पूर्णतया कवर करते हैं। यह पुस्तक स्नातक एवं स्नातकोत्तर विषय के छात्रों के लिए काफी उपयोगी साबित होगी।
बता दें कि डॉ विश्व दीपक त्रिपाठी बीपीएससी 2014 बैच के सहायक प्राध्यापक हैं, जो 2017 में रसायन शास्त्र विषय के सहायक प्राध्यापक के रूप में ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में नियुक्त हुए। डॉ त्रिपाठी की पीएचडी औषधि विज्ञान के क्षेत्र में जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय नई दिल्ली से पूर्ण हुई और इसके बाद उन्होंने औषधि रसायन के क्षेत्र में केंद्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान लखनऊ, जैदस कैडिला हेल्थ केयर लिमिटेड, वड़ोदरा एवं यूनिवर्सिटी पॉल सेबेटियर तुलूस, फ्रांस की विभिन्न प्रयोगशालाओं में शोध कार्य किया। उनके अब तक 35 से अधिक शोध पत्र अंतर्राष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित हो चुके हैं। इसके अतिरिक्त रसायन शास्त्र एवं औषधि रसायन के क्षेत्र में उनकी अब तक छह किताबें राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय प्रकाशकों द्वारा प्रकाशित हो चुकी हैं।
डॉ त्रिपाठी ने बताया की ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय में 2023 से प्रारंभ हो रहे चार वर्षीय स्नातक पाठयक्रम के लिए रसायन शास्त्र विषय की पुस्तक जल्द ही छात्रों को उपलब्ध होगी। उनकी इस उपलब्धि के लिए महाविद्यालय प्रधानाचार्य सह रसायन शास्त्र विभागाध्यक्ष प्रो दिलीप कुमार चौधरी ने हर्ष व्यक्त करते हुए बधाई दी है। उनकी इस उपलब्धि पर सीएम साइंस कॉलेज सहित मिथिलांचल के शिक्षा क्षेत्र में खुशी व्याप्त है।