#MNN@24X7 मेरठ।पश्चिमी उत्तर प्रदेश के मेरठ जिले के खरखौदा थाना क्षेत्र में शनिवार को एटीएस ने विशेष ऑपरेशन के तहत छापेमारी की।छापेमारी में टीम ने पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के चार सदस्यों को अन्य मुस्लिम संगठनों के साथ मिलकर देश-विरोधी गतिविधियों में शामिल होने का संदेह जताते हुए गिरफ्तार किया है।इनसे गहनता से पूछताछ की जा रही हैं।
देश को खंडित करने और वर्ष 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साजिश रचकर हिंदु और मुसलमानों के बीच सौहार्द खराब करने आदि गैर कानूनी गतिविधियों में शामिल होने पर इनको गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी शादाब अजीज कासमी ऑल इंडिया इमाम काउंसलिंग के पश्चिम उत्तर प्रदेश का प्रदेशाध्यक्ष है।मुफ्ती शहजाद पीएफआई के एडहॅाक कमेटी का सदस्य है। मोहम्मद इस्लाम ऑल इंडिया इमाम काउंसलिंग का सदस्य है। इनके साथ मोहम्मद साजिद से सुरक्षा एजेंसी ने घंटों पूछताछ की। पूछताछ में यह भी पता चला कि वर्ष 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की मंशा से वह ऐसी गतिविधियों में शामिल रहे हैं।
आरोपियों ने बताया कि प्रशिक्षण के दौरान उन्हें देश में आतंकी और आईएसआई से जुड़कर हिंसक घटनाओं के लिए प्रेरित किया जाता है।सभी पीएफआई से जुड़े लोगों का मकसद होता है कि देश में शांति व्यवस्था बिगाड़ना है। सीएए और एनआरसी के बारे में गलत तथ्य पेश कर युवाओं को पीएफआई से जोड़ने की कोशिश की जाती रही है।
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की टीम द्वारा फुगाना थाना क्षेत्र के जोगियाखेड़ा गांव से पकड़ा गया हाजी अख्तर का बेटा इस्लाम कासमी कुछ दिनों से गांवों में सर्फ साबुन बेचता था। उसके संबंध पीएफआई (पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया) से पाए गए। उसके खिलाफ मेरठ के खरखौदा थाने में मुकदमा भी दर्ज किया गया है। अब उसके संपर्क में रहने वालों की जांच शुरू की हैं।
इस्लाम कासमी को दो दिन पहले एनआईए की टीम पकड़कर अपने साथ ले गई थे। माना जा रहा था कि इस्लाम कासमी का संबंध पीएफआई से था,लेकिन परिजनों ने इस बारे में जानकारी होने से इंकार किया था। परिजनों का कहना था कि वह तो गांव के बाहर मदरसे में पढ़ाता है। परिवार मजदूरी कर गुजारा कर रहा है। इस्लाम के पकड़े जाने के बाद से क्षेत्र के लोग भी उसकी भूमिका संदिग्ध मान रहे थे,लेकिन सभी ने चुप्पी साधी थी।
हालांकि परिजनों ने इस्लाम के मदरसे में पढ़ाने की बात कही है,लेकिन यह बात भी सामने आ रही है कि वह वर्तमान में बाहर रह कर सर्फ साबुन बेचता था। उसके संबंध पीएफआई से थे। सूत्रों के अनुसार इसके साक्ष्य भी एकत्र किए गए हैं।
एनआईए ने इसके अलावा तीन अन्य पीएफआई सदस्यों को गिरफ्तार किया हैं। एटीएस और एनआईए की टीम ने इनके खिलाफ खरखौदा थाने में गैर कानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया हैं।
(सौ स्वराज सवेरा)