#MNN@24X7 दरभंगा, कृषि विज्ञान केंद्र, जाले के परिसर में दिनांक 27 जुलाई 2023 को माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के द्वारा ” पीएम किसान सम्मान निधि स्कीम की 14वीं किस्त की राशि का हस्तांतरण, जिसका सीधा प्रसारण केंद्र के परिसर में किया गया। साथ हीं आए हुए सभी कृषकों को खरीफ की फसलों में खरपतवार की पहचान तथा उसके प्रबंधन के बारे में भी बताया गया। इस कार्यक्रम के दौरान केंद्र के वैज्ञानिक डॉ गौतम कुणाल, डॉ अंजली सुधाकर, पूजा कुमारी, डॉ जगपाल, प्रक्षेत्र प्रबंधक डॉ चंदन, शोध सहायक डॉ संदीप, अभिषेक आदि समेत कुल 159 कृषकों ने अपनी उपस्थिति दर्ज की।
केंद्र के विशेषज्ञ डॉक्टर जगपाल और पूजा कुमारी ने कृषकों को संबोधित करते हुए आज के कार्यक्रम की रूपरेखा के बारे में जिक्र किया। उन्होंने बताया कि आज दो कार्यक्रमों को समाहित किया गया है। जिसमें पहला कार्यक्रम किसानों के हित में केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत राशि हस्तांतरण का सीधा प्रसारण द्वारा जुड़ना और खरीफ फसलों में खरपतवारओं की पहचान तथा उसके नियंत्रण के बारे में बताना था।
उन्होंने किसानों को इस योजना के बारे में बताते हुए कहा की प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भारत सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वाकांक्षी स्कीम है। इस स्कीम के अंतर्गत भारत सरकार हर साल 6 हजार रुपये की राशि को देश के गरीब किसानों के खाते में ट्रांसफर करती है। इसी कड़ी में आज प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की 14वीं किस्त को जारी करते हुए भारत सरकार ने देशभर के 8.5 करोड़ किसानों के खाते में 17 हजार करोड़ रुपये की धनराशि को ट्रांसफर किया है।
कार्यक्रम के दौरान केंद्र की कृषि अभियंत्रिकी अंजली सुधाकर ने किसान उत्पादक संगठन के बारे में कृषकों को अहम जानकारी दी। कार्यक्रम के प्रशिक्षण सत्र के दौरान केंद्र के पौध संरक्षण वैज्ञानिक डॉ गौतम कुणाल ने कृषकों को खरीफ की खरपतवारओं की पहचान करवाई तथा उसके नियंत्रण के बारे में बताया विभिन्न प्रकार के खरपतवार ओके नियंत्रण हेतु उन्होंने किसानों से अपील की है कि धान रोपाई के दो-तीन दिन के अंदर खरपतवार नियंत्रित करने के लिये प्रिटीलाक्लोर दवा 1250 मिलि प्रति हेक्टेयर के दर से छिड़काव करें। साथ हीं धान की फसल में चौड़ी पत्ते वाले खरपतवारों के नियंत्रण के लिये रोपाई के दो-तीन दिन के अंदर पाइरोजोसल्फ्यूरॉन दवा 80-100 ग्राम प्रति 200 लीटर पानी में मिलाकर प्रति एकड़ की दर से उपयोग में लाएं। यदि दो-तीन दिन के अंदर खरपतवार नाशी दवा उपयोग न कर पाया हो तो घास कुल के मोथा तथा घास और चौड़ी पत्ते वाले खरपतवारों के नियंत्रण के लिये धान रोपाई के 15-20 दिन के अंदर विसपायरिवेक सोडियम 100 मिलि. दवा प्रति 200 लीटर पानी में मिलाकर 1 एकड़ में उपयोग करें। कार्यक्रम की समाप्ति के बाद केंद्र के प्रक्षेत्र प्रबंधक और शोध सहायक ने आए हुए सभी कृषकों को केंद्र परिसर में चल रहे जलवायु अनुकूल कृषि परियोजना अंतर्गत विभिन्न पद्धतियों द्वारा लगाई गई दीर्घकालीन परीक्षण प्रक्षेत्र का परिभ्रमण कराया।