दरभंगा आगमन पर पूर्व राष्ट्रीय संगठन महामंत्री ,भारतीय जनता पार्टी सह अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख रामलाल जी का लहेरियासराय परिसदन में उत्साहित कार्यकर्ताओ ,मंत्री तथा विधायक ने गर्मजोशी से स्वागत किया। परिसदन पहुँचने पर गोपाल जी ठाकुर के द्वारा पुष्प गुच्छ देकर उनका स्वागत करने के उपरांत सभागार में मिथिलांचल की पहचान मिथिला पेंटिंग चादर, पाग,माखन माला से सम्मानित किया गया ।
उपस्थित कार्यकर्ता ,सांसद, मंत्री, विधायक के साथ बैठक करते हुए रामलाल जी ने संगठन ,सरकार और राजनीतिक स्थितियों पर चर्चा कर दिशा निर्देश दिए ।
सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने वरिष्ठ प्रचारकों में शुमार रामलाल जी को अखिल भारतीय संपर्क प्रमुख जैसी बड़ी जिम्मेदारी दी क्योंकि इस विभाग के कभी मायने है देश के प्रभाबशाली लोगों को जोड़कर मुख्यधारा में लाना है ।रामलाल जी 2005 से 13 वर्षों तक बेदाग़ इस पद पर रहें उनके संपर्क का दायरा कश्मीर से कन्याकुमारी तक विभिन्न स्तर पर था ।उनके कुशल नेतृत्व में कई सरकार बनी ,उनके कुशल मार्गदर्शन का लाभ कार्यकर्ताओं को मिला। आज हमलोग कश्मीर से कन्या कुमारी तक हर परिवार में अपना पहुँच बनाये हुए है और बना रहे है।देशभक्ति उनके रग रग में भरा हुआ है । बीजेपी का लक्ष्य केवल सत्ता हासिल करना नहीं है. बल्कि देश के लिए बड़ा काम करना और देश को बड़ा बनाना है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी को इसे ध्यान में रखते हुए अपने संगठन का विस्तार करना चाहिए. ‘बीजेपी का जो मिशन है, बीजेपी का जो संगठन है, यह केवल सत्ता प्राप्त करने के लिए नहीं है. बल्कि उसके लिए प्राथमिकता देश के लिए बड़ा कार्य करना है और देश को बड़ा बनाना है.बीजेपी संगठन को भी उसी हिसाब से अपनी गुणवत्ता में विकास करना चाहिए. ‘सबका साथ, सबका विकास’ को बीजेपी का मूलमंत्र बताते हुए इस मूलमंत्र को लेकर ही बीजेपी देश में सकारात्मक कार्य कर रही है. सरकार उसी दिशा में बढ़ रही है।
उन्होंने कहा,’चाहे जीएसटी सुधार का विषय हो, कृषि सुधार के विषय हो या फ्रेट कॉरिडोर के निर्माण का विषय हो. देश में लगातार सुधार का कार्य करते हुए भारत को आगे ले जाने का काम बीजेपी की सरकार ने किया है.इस बैठक में बिहार झारखंड के सम्पर्क प्रमुख अनिल ठाकुर संस्कृत यूनिवर्सिटी के कुलपति, विभाग संघ चालक डाक्टर अशोक सिंह, इस कार्यक्रम की प्रभारी जिला उपाध्यक्ष अभय झा ,धर्मशीला गुप्ता,विवेकानन्द पासवान,बालेन्दु झा ,हेनन्त झा आदि उपस्थित थे।